पंजाब में आयोजित होने वाले 22 विरासत उत्सवों में से फिरोजपुर में बसंत मेला

पंजाब में आयोजित होने वाले 22 विरासत उत्सवों में से फिरोजपुर में बसंत मेला

पंजाब में आयोजित होने वाले 22 विरासत मेलों में से इस बार पंजाब सरकार द्वारा राज्य में रंगला पंजाब समारोह के एक हिस्से के रूप में फिरोजपुर में बसंत मेला आयोजित किया जाएगा और विभिन्न कार्यक्रमों में पुरस्कार राशि के रूप में 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। शहरी फिरोजपुर विधायक रणबीर सिंह भुल्लर ने कहा कि इस बार फिरोजपुर का बसंत मेला ऐतिहासिक होगा।

बसंत पंजाब में बसंत पंचमी उत्सव के दौरान बसंत के समय पतंगबाजी का कार्यक्रम है। यह बसंत पर पड़ता है, जिसे बसंत पंचमी भी कहा जाता है। पंजाबी कैलेंडर के अनुसार यह माघ के चंद्र महीने के पांचवें दिन (जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में) वसंत की शुरुआत का प्रतीक है।

दूसरी ओर, देश में प्रतिबंध के बावजूद चीनी धागे से गला काटने और छतों से बच्चों के गिरने की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन इस सीमावर्ती शहर में यह त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। फिरोजपुर में इस त्योहार की महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि भारत और विदेशों में दूर-दराज के स्थानों पर बसे निवासी पतंगबाजी का त्योहार मनाने के लिए अपने गृह नगर जाना पसंद करते हैं।

इस वर्ष, भवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य की समृद्ध विरासत और संस्कृति से राज्य को अवगत कराने, राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और पंजाब को 'रंगला पंजाब' बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए पंजाब सरकार अब इस जगह की समृद्ध विरासत और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करने के लिए बड़े धूमधाम से विरासत मेलों का आयोजन करेगी। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश में वर्ष भर कुल 22 विरासत महोत्सव आयोजित किये जायेंगे और इसी कड़ी में फिरोजपुर में विभिन्न पतंगबाजी प्रतियोगिताओं का आयोजन कर बसंत महोत्सव का आयोजन किया जायेगा।

इस कार्यक्रम में बोलते हुए शहरी विधायक रणबीर सिंह भुल्लर ने कहा, फिरोजपुर का यह त्योहार पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और देश भर से यहां तक कि विदेशों में बसे लोग बसंत उत्सव का आनंद लेने के लिए अपने गृहनगर आते हैं। उन्होंने कहा कि अब फिरोजपुर की बसंत और भी धूमधाम से मनाई जाएगी, पतंगबाजी प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी और विजेताओं को राज्य सरकार 10 लाख रुपये का आकर्षक पुरस्कार देगी।