फरीदकोट पुलिस और गैंगस्टरों के बीच फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में आरोपी घायल

पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के अभियान के तहत, डीजीपी पंजाब श्री गौरव यादव जी के नेतृत्व में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इस बीच, फरीदकोट पुलिस ने 01 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में दविंदर बंबीहा ग्रुप से जुड़े 03 आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियों में रामजोत सिंह उर्फ ज्योत (निवासी मोगा) भी शामिल है, जिसने हथियारों की बरामदगी के दौरान पुलिस पार्टी पर फायरिंग की थी, जिसे मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी एसएसपी फरीदकोट डॉ. प्रज्ञा जैन ने साझा की।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि जुलाई माह में कोटकपूरा में बंबीहा गैंग के एक सदस्य द्वारा फिरौती मांगने की घटना दर्ज की गई थी, जिसमें उन्हें फिरौती की रकम नहीं मिली और बाद में 01 सितंबर की रात को उस व्यक्ति के घर के बाहर फायरिंग की गई।
इस संबंध में थाना सिटी कोटकपूरा में मुकदमा संख्या 95 दिनांक 29.04.2025 के अंतर्गत धारा 308(2), 352(2) भादंसं के तहत मामला दर्ज किया गया।
जिस दौरान, एसपी (जांच) श्री संदीप कुमार, डीएसपी (जांच) श्री अरुण मुंडन और डीएसपी कोटकपूरा श्री जतिंदर सिंह के निर्देशानुसार, सीआईए स्टाफ फरीदकोट और थाना सिटी कोटकपूरा की पुलिस टीमों की देखरेख में, तकनीकी इनपुट और मानव खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए, गोलीबारी की घटना में शामिल दो आरोपियों संदीप सिंह उर्फ लवली और रामजोत सिंह उर्फ जोत को लकड़ दाना मंडी कोटकपूरा से दिनांक 07.09.2025 को गिरफ्तार किया गया, जो दोनों मोगा जिले के रहने वाले थे।
एसएसपी फरीदकोट डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि रिमांड के दौरान जब कथित आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि फायरिंग के दौरान इस्तेमाल की गई 32 बोर की पिस्तौल उसने गांव ढिलवा से सिविया रोड नेहरा के पास छिपाई थी, जिसके बाद आज जब पुलिस टीम आरोपी रामजोत सिंह उर्फ जोत को बरामदगी के लिए साथ लेकर आई तो बरामदगी के दौरान कथित आरोपी रामजोत सिंह उर्फ जोत ने पुलिस पार्टी को धक्का देकर भागने की कोशिश की और पुलिस पार्टी पर छिपी हुई पिस्तौल से फायरिंग की, जिस पर पुलिस पार्टी ने जवाबी कार्रवाई की तो आरोपी घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, पुलिस टीमों ने मौके से एक .32 बोर की पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रामजोत सिंह का पिछला रिकॉर्ड भी आपराधिक रहा है, उसके खिलाफ इससे पहले भी नशा तस्करी, आर्म्स एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं के तहत 03 मामले दर्ज हैं, जो इस घटना से करीब 01 महीना पहले 30 जुलाई को फरीदकोट जेल से रिहा हुआ था।