मानदेय सहित 11 सूत्रीय मांग पर आशाओं ने किया तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू

मानदेय सहित 11 सूत्रीय मांग पर आशाओं ने किया तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू
आशाओं ने किया तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार

चम्पावत । आशा कार्यकत्रियों ने मानदेय सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर 9 अगस्त तक तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन और नारेबाजी करने के बाद एसडीएम आरसी गौतम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा।  शुक्रवार को एसडीएम कोर्ट परिसर पर जिलाध्यक्ष सरस्वती पुनेठा के नेतृत्व में आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि सरकार ने कोविड कार्य में लगी आशाओं को एक एक हजार रूपये लॉक डाउन भत्ता देकर उनका अपमान किया है। उन्हें स्वास्थ्य विभाग में मातृ शिशु, मृत्यु दर करने के कार्य के लिए तैनात किया गया था। लेकिन विभाग और सरकार ने उनको कोरोना माहामारी के दौरान एक्टिव सर्वे का काम भी दिया। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया भी। उन्होंने आशाओं को कोरोना लॉक डाउन भत्ता 10 हजार रुपया देने, राज्य कर्मचारी घोषित करने, न्यूनतन 21 हजार मासिक मानदेय देने, कोरोना ड्यूटी के दौरान मृत आशाओं के आश्रितों को 50 लाख का बीमा और चार लाख का अनुग्रह अनुदान देने, आशाओं के सेवानिवृत्त होने पर पेंशन का प्राविधान करने, सेवा के दौरान आशाओं की मृत्यु होने पर परिजनों को न्यूनतम 10 लाख रुपये सहायता राशि देने की मांग की। उन्होंने कहा कि तीन दिनों तक वह कार्य बहिष्कार पर रहेंगी और कोई भी काम नहीं करेंगी। इस मौके पर रीता सिंह, पदमा प्रथोली, हेमा जोशी, रीना सिंह, माला देवी, ममता देवी, बसंती जोशी, पार्वती, सुनीता जोशी, दीपा जोशी, नंदा मेहता, लमी देवी, रेखा देवी, चंपा राय, हेमा कलौनी, कुशुमा, आशा सामंत, विनीता पांडेय आदि शामिल थे।