डॉ.वल्दिया के निधन पर जताया शोक

डॉ.वल्दिया के निधन पर जताया शोक
डॉ.वल्दिया के निधन पर जताया शोक

पिथौरागढ़। जेबी मैमोरियल मानस एकेडमी में भूवैज्ञानिक,पद्मभूषण डॉ.खड्ग सिंह वल्दिया के निधन पर शोक सभा हुई। जिसमें मानस एकेडमी के निदेशक व पहल संस्था के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ.अशोक कुमार पंत ने कहा कि पहल संस्था की गतिविधियों के संचालन में वह हमेशा मार्गदर्शन करते थे। उनके निधन से देश,विदेश सहित पहाड़ी जिलों को काफी क्षति पहुंची है। इस दौरान प्रबंध निदेशक कंचनलता पंत,प्रधानाचार्य मीनू भट्ट,वित्त नियंत्रक देवाशीष पंत,प्रशासनिक अधिकारी गजेंद्र बोहरा,सुनीता रावत,बेला भट्ट,विजेंद्र पटियाल सहित अन्य शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।
कांग्रेस ने जताया शोक
पहाड़ से हमेशा जुडाव रखने वाले देश व उत्तराखण्ड के गौरव डॉ.खड्ग सिंह वल्दिया के निधन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। पूर्व राज्यसभा सांसद महेंद्र सिंह माहरा,पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती,युकां जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर ने कहा कि प्रो.वल्दिया युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत थे। उनके निधन पर यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक तिवारी,पूर्व नगर अध्यक्ष पवन पाटनी,भाष्कर भट्ट,लाल सिंह मेहता,नितिन महर,राजेंद्र खड़ायत सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने शोक जताया है।

बेंगलुरु में हुआ निधन

बता दें कि हिमालय पर्यावरणविद् अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भूवैज्ञानिक पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित प्रोफेसर खड्ग सिंह वल्दिया का 83 साल की उम्र में कल 29 सितंबर को निधन हो गया।वे इन दिनों बेंगलुरु में थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।प्रो.वल्दिया उत्तराखंड के पिथौरागढ़ सीमांत जिले आठगांव शिलिंग के देवदार (खैनालगांव) के मूल निवासी थे। वह कुमाऊं विवि के कुलपति भी रहे थे।
वर्ष 2015 में भूगर्भ वैज्ञानिक प्रो.के.एस. वल्दिया को भूगर्भ क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर पद्म भूषण सम्मान मिला था।इससे पहले 2007 में उन्हें भूविज्ञान और पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पद्मश्री सम्मान मिला था। प्रो.वल्दिया भू वैज्ञानिक होने के साथ साथ कवि और लेखक भी थे। प्रो.वल्दिया ने कुल चौदह पुस्तकें लिखी, जिनमें मुख्य पुस्तकें हैं -जियोलाजी ऑफ कुमाऊं, लैसर हिमालय, डायनामिक हिमालय, नैनीताल एंड ईस्ट एनवायरमेंटल जियोलाजी, जियोलॉजी, एनवायरमेंट एंड सोसाइटी,एक थी नदी सरस्वती,"पथरीली पगडंडियों पर" आदि।