Haryana Weather: ओले और तेज बारिश से भीगा गेहूं, किसानों की बढ़ी चिंता

Haryana Weather:  ओले और तेज बारिश से भीगा गेहूं, किसानों की बढ़ी चिंता

हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर लगातार दूसरे दिन भी देखने को मिला। हालांकि इस दौरान कहीं धूल भरी आंधी चली तो कहीं ओले गिरे। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार 20 अप्रैल को भी इसके प्रभाव से बूंदाबांदी रहेगी। अंबाला और यमुनानगर जिले में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि हुई और अंबाला में 6.0 एमएम, करनाल में 8.0 एमएम, यमुनानगर में 4.0 एमएम और कुरुक्षेत्र में 3.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं, पश्चिमी जिलों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं धूल भरी आंधी चली, जबकि दक्षिणी जिलों में बादलवाही ही देखने को मिली.

इस दौरान न्यूनतम तापमान 16.0 से 23.0 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 33.0 से 39.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। जीटी बेल्ट के अधिकतर जिलों में शुक्रवार की सुबह मौसम का मिजाज बदला नजर आया। कुरुक्षेत्र और करनाल को छोड़कर अन्य जिलों में सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद अन्य जिलों के साथ ही कुरुक्षेत्र और करनाल में भी मौसम ने करवट ली। तेज हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी से मंडियों में लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया। वहीं करनाल, अंबाला और पानीपत के कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी के साथ ही ओलावृष्टि भी हुई है, जिससे फसलों को काफी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। पानीपत में शुक्रवार दोपहर बाद आसमान में अचानक बादल घिर आए। मतलौडा और इसराना के क्षेत्र में हल्की बारिश हुई। वहीं इसराना क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई। ऐसे में मंडियों में पड़े करीब चार लाख गेहूं के कट्टे भीग गए। वहीं खेतों में गेहूं कटाई का कार्य थम गया है। मंडियों में भी गेहूं खरीद का कार्य भी बंद हो गया है।करनाल और अंबाला में भी दोपहर बाद मौसम के बदले मिजाज ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। पूंडरी में ओले पड़ने से जहां एक तरफ अनाज मंडी में आई गेहूं को नुकसान हुआ। वहीं, खेतों में खड़ी फसल की कटाई में भी अब देरी होगी।