भारतीय राजनीति के किस क्षेत्र में कितने औसत आयु वाले लोग बैठे ?

भारतीय राजनीति के किस क्षेत्र में कितने औसत आयु वाले लोग बैठे ?

भारत की राजनीति को अक्सर वरिष्ठ लोगों वाली राजनीति कहा जाता है क्योंकि यदि औसतन उम्र के हिसाब से देखा जाए तो भारतीय राजनीति में सांसद, विधायक से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक ऐसे लोग पद पर बैठते हैं जिनकी उम्र काफी ज्यादा होती है। युवाओं की भागीदारी अब भी भारतीय राजनीति में बहुत ज्यादा कम है। आज हम आपको बताएंगे कि भारतीय राजनीति के किस क्षेत्र में कितने औसत आयु वाले लोग बैठे हुए हैं।

यदि भारत के सभी राज्यों की बात की जाए तो भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की औसत आयु 61 वर्ष है। जबकि किसी भी राज्य की औसत आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं है। मुख्यमंत्रियों की औसत आयु में भाजपा के मुख्यमंत्रियों की औसत आयु 57 वर्ष है जबकि कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों के मुख्यमंत्रियों की औसत आयु भाजपा से ज्यादा है। 

हाल ही में गुजरात में भाजपा की सरकार में गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेश पटेल की आयु 60 वर्ष है जबकि गुजरात की औसत आयु 29 वर्ष है। वहीं हिमाचल में सरकार बनाने वाले कांग्रेस के मुख्यमंत्री सीएम सुखविंदर सिंह की आयु 58 वर्ष है जबकि राज्य की औसत आयु 28 वर्ष है। केरल राज्य की औसत आयु देश में सबसे ज्यादा 35 वर्ष है जबकि केरल के मुख्यमंत्री की आयु 77 वर्ष है। वहीं देश के सबसे कम औसत आयु वाला राज्य बिहार है तथा बिहार का मुख्यमंत्री भी 70 वर्ष से ऊपर का है। 

कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्रियों की औसत आयु 63 वर्ष है जबकि क्षेत्रीय दलों के 15 मुख्यमंत्रियों की औसत आयु 62 वर्ष है। 15 में लोकसभा के सभी सांसदों की औसत आयु 55 वर्ष है। इस तरह से देखा जाए तो देश की एक बड़ी युवा आबादी भारतीय राजनीति से अभी भी कोसों दूर है।