भगवंत मान सरकार ने दिल्ली की तरह पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की शुरुआत कर दी है - अरविंद केजरीवाल

भगवंत मान सरकार ने दिल्ली की तरह पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की शुरुआत कर दी है - अरविंद केजरीवाल

अमृतसर में 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' के उद्घाटन के मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी(आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि भगवंत मान सरकार ने दिल्ली की तरह पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की शुरुआत कर दी है। 

केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में सरकारी स्कूलों को बेहद शानदार बना दिए। दिल्ली के लाखों अभिभावक अपने बच्चों का प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में एडमिशन करवा रहे हैं। अब पंजाब के भी सरकारी स्कूल शानदार बन रहे हैं। पंजाब के सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बन रहे हैं। 

केजरीवाल ने शाहरुख खान की नई फिल्म जवान के डायलॉग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जवान फिल्म में शाहरुख खान संदेश दे रहे हैं कि धर्म के नाम पर वोट मत देना। चुनाव के समय जब नेता आपसे वोट मांगने आए तो उनसे पूछना तुम हमारे बच्चों की शिक्षा के लिए क्या करोगे? अगर हमारे परिवार का कोई सदस्य बीमार पड़ता है तो उसकी इलाज के लिए क्या करोगे? आज भारत में एकमात्र ऐसी पार्टी आम आदमी पार्टी है, जो लोगों से अच्छी शिक्षा और अच्छी चिकित्सा के नाम पर वोट मांगती है।

मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय हमने कहा था कि सरकार बनने पर हम पंजाब के सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से अच्छा बनाएंगे। आज हमारा यह वादा पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि अब हर 15 दिनों बाद पंजाब में एक 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' बनकर तैयार होगा।

मान ने कहा कि अच्छी शिक्षा की गारंटी हमारी सबसे बड़ी चुनावी गारंटी थी। इसलिए हमने प्राथमिकता के आधार पर शिक्षा व्यवस्था और सरकारी स्कूलों में सुधार के काम किए। अब इसके नतीजे भी सामने आने शुरू हो गए हैं। हमारी सरकार बनने के बाद लोग अपने बच्चों का प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में एडमिशन करवा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि पहले सरकारी स्कूलों में ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा नहीं होती थी इसलिए बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाते थे। हमने अब ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था भी कर दी है ताकि स्कूल आने-जाने में छात्रों को किसी तरह की दिक्कत न हो।