पुआल में आग लगने की सूचना मिलते ही उपायुक्त दमकल गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचे

पुआल में आग लगने की सूचना मिलते ही उपायुक्त दमकल गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचे

धान की पराली में आग लगने की बढ़ती घटनाओं को सख्ती से रोकने के दिए गए निर्देशों के बावजूद डिप्टी कमिश्नघनशाम थोरी इब्बन गांव में पराली में आग लगने की सूचना मिलने पर अग्निशमन दल और अधिकारियों की गाड़ियों को लेकर मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने आग पर काबू पाया। 

उन्होंने खेत मालिक को मौके पर बुलाकर ऐसा करने से रोका और अपील की कि सभी किसान पराली को आग न लगाएं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट, केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता आयुक्त और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल इस मुद्दे पर बहुत सख्त हैं, लेकिन हम अपने किसान भाइयों को बहुत प्यार से समझा रहे हैं, नहीं तो हमें भी सख्त होना पड़ेगा। 

उन्होंने कहा कि पराली की आग को रोकने के लिए जिले में नियुक्त सभी अतिरिक्त उपायुक्त, एसडीएम, तहसीलदार, कृषि अधिकारी, प्रदूषण विभाग और अन्य 275 नोडल अधिकारी और 55 क्लस्टर अधिकारी इस कार्य में लगे हुए हैं। जिसका असर हमारे कार्यालयों के कामकाज पर भी पड़ा है।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों को पराली इकट्ठा करने और उसे खेत में जोतने के लिए हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, सरफेस सीडर जैसे उपकरण दिए हैं इसलिए किसान ढेर सारे औजारों का इस्तेमाल कर खेतों में पराली की जुताई करें न कि उसे आग लगाएं। 

उन्होंने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार दोनों इस मुद्दे को लेकर काफी गंभीर हैं, यह देखते हुए कि पर्यावरण को बचाने के लिए हमारे प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह तभी संभव है जब किसान इस मुद्दे पर अपना समर्थन देंगे और धरती मां के लिए बंजर होंगे। जब आप पुआल को बचाने के लिए आगे आएं तो उसे खेतों में जोत दें।


इस मौके पर किसान ने भी अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि वह भविष्य में ऐसा नहीं करेंगे और अपनी पराली का उपयोग खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए करेंगे. इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री हरप्रीत सिंह, एसडीएम श्री निकस कुमार, एसपी श्री हरप्रताप सिंह सहोता, जिला कृषि अधिकारी स. जतिंदर सिंह गिल, तहसीलदार श्री अमरजीत सिंह, एक्सियन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री सुखदेव सिंह और अधिकारी उपस्थित थे। अन्य विभागों के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।

पर्यावरण विभाग ने धान की पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसके बाद आज माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अमृतसर के पास 5 अलग-अलग आपराधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिसमें 10 किसानों पर वायु अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। आरोपी घोषित कर दिया गया है।