कुछ दिनों में कहानी सुनाई जाएगी एक थी कांग्रेस: सीएम भगवंत मान

कुछ दिनों में कहानी सुनाई जाएगी एक थी कांग्रेस: सीएम भगवंत मान

आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों ने आई.एन.डी.आई. गठबंधन बनाया। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, टीएमसी सहित कई दल एक साथ आकर भाजपा को चुनौती दे रहे हैं। हालांकि, समय-समय पर विपक्षी गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में विपक्षी दल अलग- अलग चुनाव मैदान में उतरे। वहीं, अब आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से चंढीगड़ में पत्रकारों ने पूछा कि पंजाब कांग्रेस के नेता गठबंधन के खिलाफ हैं और उन्हें लगता है कि गठबंधन हुआ तो कांग्रेस का पंजाब से सफाया हो जाएगा, इस पर मान ने कहा कि आज उनकी क्या स्थिति है। क्या कांग्रेस की स्थिति साफ होने से कम है। भगवंत मान ने आगे कहा, जल्दी ही पंजाब और दिल्ली में माताएं अपने बच्चों को यह कहानी सुनाती दिखाई देंगी कि एक थी कांग्रेस।
हालंकि, मान ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (आईएनडीआईए) के तहत कांग्रेस के साथ गठबंधन जरूरी है।

आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि राजधानीवासियों ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए। मैं भी केजरीवाल डोर टू डोर अभियान सोमवर का पूरा। तथाकथित शराब घोटाले में उनको गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें जेल से ही सरकार चलानी चाहिए। शराब घोटाला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है, क्योंकि भाजपा दिल्ली-पंजाब में हुई हार से हताश है। इसलिए वह आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है। आम आदमी पार्टी के नेता ऋतुराज झा, कुलदीप कुमार, राजेश गुप्ता और जितेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि अभियान के तहत लगभग 96 लाख लोगों से मुलाकात की गई। अभियान के संबंध में उम्मीद से काफी अधिक अच्छा परिणाम सामने आया हैं। करीब 98 फीसदी लोगों ने राय दी कि गिरफ्तारी होने पर अरविंद केजरीवाल को अपने पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए और उन्होंने उन्हें जेल से ही सरकार चलानी चाहिए। आप नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ईडी और सीबीआई के दम पर हमें डराने में लगी हुई है, लेकिन हमारे पास जनता का प्यार है। हम डरने वाले नहीं हैं। यह खुलासा अभियान के दौरान हुआ। अभियान में लोगों की आई राय को बताने के लिए अब हर वार्ड में जनसंवाद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायकों और पार्षदों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से गिरफ्तार होने की स्थिति में इस्तीफा नहीं देने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह जनता से राय लेकर ही फैसला लेंगे।