नव-भारत साक्षर कार्यक्रम के तहत हाथों में औजार, दी कलम, 6000 निरक्षर देंगे परीक्षा

नव-भारत साक्षर कार्यक्रम के तहत हाथों में औजार, दी कलम, 6000 निरक्षर देंगे परीक्षा

नव-भारत साक्षर कार्यक्रम के तहत आज जिला फाजिल्का के लगभग 6000 गैर साक्षरों ने परीक्षा दी। विद्यालय प्रधानों एवं शिक्षकों के कारण अनपढ़ लोगों को काम करने से रोका गया तथा उनकी परीक्षा ली गयी।

अजीब नजारा तब देखने को मिला जब राजमिस्त्री हाथों में टेसिया, कंडियां और कहिया जैसे औजार लेकर पहुंचे तो हेडमास्टरों ने गर्म चाय की चुस्कियों और लड्डुओं के साथ पेपर शुरू किया।

भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के साथ संरेखित करने के लिए सभी के लिए शिक्षा (जिसे पहले वयस्क शिक्षा कहा जाता था) के सभी पहलुओं को कवर करने के लिए वित्त वर्ष 2022-2027 की अवधि के लिए एक नई केंद्र प्रायोजित योजना “नव भारत साक्षरता कार्यक्रम” को मंजूरी दे दी है।

परीक्षा देने आये परीक्षार्थी 15 वर्ष से लेकर 75-80 वर्ष तक के थे और पूरे उत्साह में थे, वे वरिष्ठ शिक्षकों एवं विद्यालय प्रधानों को धन्यवाद देते भी दिखे, क्योंकि शिक्षा फिर से शुरू करना एवं कार्यकर्ताओं से मेलजोल बढ़ाना बहुत अच्छी बात है. वे सभी सम्मानपूर्वक पढ़ना-लिखना पसंद करते हैं।


शिक्षा विभाग के प्रवक्ता प्रिंसिपल हंस राज ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा विभाग पंजाब और एससीईआरटी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. सुखबीर सिंह बल के नेतृत्व में 230 अनपढ़ लोगों की पहली परीक्षा ली गई।

जिले भर में परीक्षा केंद्रों पर स्कूल प्राचार्यों को परीक्षा नियंत्रक नियुक्त किया गया और स्कूल स्टाफ ने यह परीक्षा दी, लगभग 6000 निरक्षर लोग परीक्षा में शामिल हुए।

परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रखा गया है, गैर साक्षर लोग परीक्षा केंद्र पर नहीं आये बल्कि उनकी सुविधा के लिए यह परीक्षा गांव में सामान्य स्थान पर आयोजित की गयी है।