एमसीडी के 1800 स्कूलों को भी ठीक करेंगे: केजरीवाल

एमसीडी के 1800 स्कूलों को भी ठीक करेंगे: केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब दिल्ली नगर निगम के भी 1800 स्कूलों को ठीक करेंगे। इससे बच्चों की नर्सरी और केजी कक्षा से ही बुनियाद मजबूत होगी। एमसीडी स्कूलों में बच्चे 5वीं कक्षा तक की पढ़ाई करते हैं और फिर 6वीं कक्षा में दिल्ली सरकार के स्कूलों में आते हैं। लेकिन बुनियाद कमजोर होने की वजह से अभी शिक्षकों को इन्हें पढ़ाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की नई बिल्डिंग का उद्घाटन किया। यह स्कूल 1985 से टिन शेड में चल रहा था, जहां करीब 1600 बच्चियां छठीं से 12वीं तक शिक्षा ले रही हैं। ढाई साल से कम समय में बनकर तैयार इस स्कूल में लिफ्ट समेत सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ 104 रूम है। अभी तक इस स्कूल में केवल आर्ट्स और वोकेशनल स्ट्रीम की पढ़ाई होती थी, लेकिन नई बिल्डिंग में अगले साल से साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम भी स्टूडेंट्स को ऑफर की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा में हो रहे काम को रूकने नहीं देंगे। जितने भी टिन शेड वाले स्कूल हैं, उन्हें तोड़कर इसी तरह स्कूल की बिल्डिंग बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों को ठीक करने में 5 साल लग गए तो एमसीडी के स्कूल ठीक करने में भी 6-7 वर्ष लग जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आज बच्चे पढ़-लिख जाते हैं और उनके हाथ में डिग्री भी है, मगर उन्हें कहीं नौकरी नहीं मिलती है। बीए, बीएसी, एमबीए, बीकॉम व वकालत की डिग्री लेकर घूम रहे हैं, लेकिन कहीं नौकरी नहीं मिल रही है। इसके ऊपर काम करना ही होगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के जरिए इस तरह तैयार कर रहे हैं कि बच्चे बिजनेस करने के लिए तैयार हो सकें। वे अपनी पढ़ाई जारी रखने के साथ ही 11वीं कक्षा से ही बिजनेस करने के लिए तैयार हो जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम को विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में भी शुरू किया जाएगा, ताकि स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद भी छात्रों के उद्यमशील विचारों में कोई बाधा नहीं आए।