सिविल सेवा परीक्षा-2020 का परिणाम जारी, उत्तराखंड के इन होनहारों ने भी हासिल किया मुकाम

सिविल सेवा परीक्षा-2020 का परिणाम जारी, उत्तराखंड के इन होनहारों ने भी हासिल किया मुकाम
सांकेतिक तस्वीर

देहरादून:  संघ लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम घोषित हो गए हैं। उत्तराखंड के भी कई होनहारों ने इसमें सफलता हासिल अपने माता पिता और प्रदेश का नाम रौशन किया है। नैनीताल की शैलजा पांडे की 61वीं रैंक आई है। शैलजा पांडे ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता दीप चंद्र पांडे और बीडी पांडेय अस्पताल नैनीताल में डॉक्टर शोभा पांडेय की बेटी हैं। शैलजा ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में जिला टॉप किया था। वर्तमान में वह इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस (आईएएएस) की अहमदाबाद में ट्रेनिंग ले रही हैं।
दीप चंद्र पांडे ने बताया कि शैलजा की सिविल सेवा की परीक्षा में ऑल इंडिया में 61 वीं रैंक आई है। शैलजा ने एनआईटी हमीरपुर से इलेक्ट्रिक एंड इलेक्ट्रानिक्स में इंजीनियरिंग किया। इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस में सलेक्शन होने के बाद वह अहमदाबाद में प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने सेंटमेरी कान्वेंट स्कूल नैनीताल से 2011 में हाईस्कूल और 2013 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। दोनों ही परीक्षाओं में वह टॉपर रहीं और विद्यालय के रोल ऑफ मेरिट लिस्ट में उसका नाम दर्ज है। मूल रूप से मझेड़ा (प्रेमपुर) गरमपानी, नैनीताल निवासी शैलजा का परिवार वर्तमान में लोअर डांडा कंपाउंड जू रोड नैनीताल में रहता है। दीप चंद्र पांडेय के बेटे यथार्थ पांडे ने भी इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक्स से इंजीनियरिंग की है। 
हरिद्वार के उत्कर्ष की 172 रैंक 
धर्मनगरी के उत्कर्ष ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 172 रैंक हासिल करके उत्तराखंड और हरिद्वार का नाम रोशन किया है। 2018 में भी उन्होंने 306 रैंक हासिल की थी और वर्तमान में वह देहरादून स्थित फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफआरआई) में भारतीय वन सेवा (आईएफएस) की ट्रेनिंग ले रहे हैं। बेटे की इस उपलब्धि से उनके माता-पिता और अन्य परिजनों में खुशी की लहर है।  
श्याम विहार कनखल निवासी होनहार उत्कर्ष ने 2018 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 306 रैंक हासिल की थी। तब उनका चयन इंडियन रेवन्यू सर्विस में हुआ था, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया था। बाद में उनका चयन आईएफएस के लिए हुआ था। उन्हें उत्तर प्रदेश का कैडर मिला। 
उत्कर्ष के पिता तेजवीर सिंह तोमर एसएमजेएन पीजी कॉलेज में कॉमर्स के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनकी मां डॉ. शशी प्रभा महिला विद्यालय सतीकुंड में प्राचार्य हैं। उनके पिता तेजवीर ने बताया कि उत्कर्ष शुरू से ही बहुत मेहनती रहा है। 2017 में उत्कर्ष का इंडियन रेलवे इंजीनियरिंग में भी चयन हुआ था, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। वह भेल हरिद्वार में भी कार्य कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उत्कर्ष ने कक्षा 12 तक की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर से की। इसके बाद उन्होंने एनआईटी कुरुक्षेत्र से मैकेनिकल से बीटेक किया। 
बागेश्वर सिद्धार्थ ने पास की यूपीएससी की परीक्षा
उत्तराखंड के बागेश्वर में कांडा के भदौरा गांव के लाल सुपुत्र सिद्धार्थ धपोला ने लगातार तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। सिद्धार्थ इस समय हैदराबाद में आईपीएस का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस बार उनकी रैंकिंग गिरी है। सिद्धार्थ के परिजनों के अनुसार सिद्धार्थ आईपीएस का प्रशिक्षण पूरा करेंगे। धपोला की उपलब्धि से उनका गांव और समूचा क्षेत्र गौरवांवित महसूस कर रहा है।
शुक्रवार को जारी यूपीएससी की परीक्षा में आईटीबीपी में इंस्पेक्टर के पद तैनात भदौरा गांव के विपिन चंद्र धपोला और मुन्नी धपोला के सुपुत्र सिद्धार्थ धपोला ने 294वीं रैंकिंग हासिल की है। सिद्धार्थ ने पिछली बार 163वीं ऑल इंडिया रैंकिंग से यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ है। उससे पहले सिद्धार्थ ने 255वीं रैंकिंग के साथ यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। तब उनका चयन आईआरएस के लिए हुआ था।
निहारिका तोमर को मिली 161 वी रैंक
पौड़ी गढ़वाल की निहारिका तोमर को सिविल सर्विसेज में 161 वी रैंक मिली है। निहारिका के पिता केंद्रीय विद्यालय देहरादून में नौकरी करते हैं। अपने तीसरे प्रयास में निहारिका ने सफलता पाई है। निहारिका के पिता ने बताया कि उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की और घर पर ही रह कर तैयारी की।
रामनगर के देवांश ने दूसरी प्रयास में पाई सफलता
कानिया  निवासी देवांश पांडेय ने यूपीएससी की परीक्षा 201वीं रैंक के साथ पास की है। उन्होंने दूसरे प्रयास में यह सफलता पाई है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. भारत नंदन पांडेय के पौत्र देवांश ने प्रारंभिक शिक्षा नैनीताल से ली। पंतनगर विश्वविद्यालय से उन्होंने कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया।देवेश के पिता गोविंद बल्लभ पांडेय नैनीताल हाईकोर्ट में सेक्शन अधिकारी हैं। देवांश की सफलता पर परिवार में खुशी की लहर है। देवांश ने इस परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली थी। घर पर ही रह कर तैयारी की थी। देवांश के पिता ने कहा कि उनके बेटे ने इसके लिए काफी मेहनत की है और उसे इसका फल मिला है।
हल्द्वानी के तुषार ने भी पास की सिविल सेवा परीक्षा
हल्द्वानी शहर के तुषार मेहरा ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 306 रैंक हासिल कर उत्तीर्ण की है। मूलरूप से जैनोली (रानीखेत) निवासी शोभा मेहरा और गोविंद सिंह मेहरा के बेटे तुषार ने 12वीं की परीक्षा आर्मी स्कूल रानीखेत से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। यहां न्यू आवास विकास में रह रहे तुषार ने बताया कि उन्होंने आईआईटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। यूपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण की है। तुषार के पिता राजकीय इंटर कालेज त्यूनराखेत (रानीखेत) से प्रवक्ता पद से सेवानिवृत्त हैं।उनकी बहन चेतना गणित में पीएचडी कर रही हैं। भाई लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया उनकी मौसी हैं। सफलता का श्रेय अपनी बहन चेतना मेहरा को देते हुए तुषार का कहना है कि लक्ष्य को साधने के लिए मेहनत जरूरी है। इसकी से  सफलता जरूर मिलती है।