शिक्षा मंत्री Atishi का आरोप, बोलीं दिल्ली सरकार की यूनिवर्सिटी का उद्घाटन करने क्यों पहुंचे एलजी ?

शिक्षा मंत्री Atishi का आरोप, बोलीं दिल्ली सरकार की यूनिवर्सिटी का उद्घाटन करने क्यों पहुंचे एलजी ?

पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में गुरुवार को आईपी यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन करने पहुंचे एलजी वीके सक्सेना पर आम आदमी पार्टी ने तीखा हमला बोला है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि आईपी यूनिवर्सिटी के कुलपति और अधिकारियों को डर दिखाकर एलजी ने खुद को नए कैंपस के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित कराया। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने एलजी विनय सक्सेना से सवाल करते हुए कहा कि जब आईपी यूनिवर्सिटी एक स्टेट यूनिवर्सिटी है। इसके ईस्ट कैंपस का पूरा निर्माण और कोर्स को दिल्ली सरकार ने डिजाइन किया है तो एलजी इसका उद्घाटन करने क्यों पहुंचे।

एलजी ने यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षा विभाग पर क्यों दबाव बनाया कि यदि उनसे आईपी यूनिवर्सिटी के ईस्ट कैंपस का उद्घाटन नहीं करवाया गया तो अफसरों को सस्पेंड कर देंगे। आतिशी ने कहा कि वीके सक्सेना को एलजी बने 8 से 10 महीने हुए हैं, जबकि केजरीवाल सरकार पिछले 8 साल से काम कर रही है। फिर भी एलजी क्यों केजरीवाल सरकार के कामों का क्रेडिट लेने और फोटो खिंचवाने की होड़ में लगे रहते हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि क्या एलजी साहब को यह नहीं पता है कि शिक्षा एक हस्तांतरित विषय है। क्या उन्हें नहीं पता है कि उच्च शिक्षा दिल्ली की चुनी हुई सरकार की जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा कि क्या एलजी ये दिखाना चाहते हैं कि यह यूनिवर्सिटी उन्होंने बनाई है। क्या वे यह दिखाना चाहते हैं कि यह यूनिवर्सिटी भाजपा ने बनवाई है। उन्होंने कहा कि क्या एलजी ने इस यूनिवर्सिटी को बनाने में रत्ती भर का भी योगदान दिया है। शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि सविधान ने एलजी को लैंड, लॉ एंड आर्डर और पुलिस की जो जिम्मेदारी दी है। उस पर आप एक मिनट भी नहीं बिताते हैं। यही कारण है कि आज दिल्ली में कोई भी महिला अंधेरा होने के बाद घर के बाहर नहीं निकल सकती है। उन्होंने कहा कि अभी हमने देखा कि किस तरह साक्षी की दिनदहाड़े हत्या होती है। किस तरह एक लड़की को कई किलोमीटर तक घसीटकर ले जाया गया और पुलिस ने कुछ नहीं किया। महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है, हिंसा हो रही है, उनका कत्ल हो रहा है और एलजी अरविंद केजरीवाल के काम के सामने खड़े होकर फोटो खिंचवाने में व्यस्त हैं।