केजरीवाल को मिला सपा का साथ, अखिलेश बोले – अध्यादेश के नाम पर जनादेश की हत्या

केजरीवाल को मिला सपा का साथ, अखिलेश बोले – अध्यादेश के नाम पर जनादेश की हत्या

दिल्ली में एक बार फिर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच ठन गई है। राजधानी दिल्ली में अफसरों की नियुक्ती और तबादले के अधिकार को लेकर जंग छिड़ी हुई है। बीजेपी द्वारा लाए गए अध्यादेश का आप विरोध कर रही है। शनिवार (20 मई) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अन्य विपक्षी दलों से इस मुद्दे पर साथ देने गुजारिश की थी, जिसके बाद पार्टी अन्य दलों का साथ मिलने लगा है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली में लाए गए अध्यादेश को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए बीजेपी के अध्यादेश को जनाजदेश हत्या बताया। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा कि ‘दिल्ली का अध्यादेश न्यायपालिका का अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का परिणाम है और लोकतांत्रिक-अन्याय का भी। भाजपा जानती है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर उसकी करारी हार होगी, इसीलिए जनता से पहले से ही बदला ले रही है। अध्यादेश के नाम पर ये जनादेश की हत्या है।’ आपको बता दें कि अखिलेश यादव के इस ट्वीट को सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी रिट्वीट किया है।

क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में अफसरों की नियुक्ती और तबादले का अधिकार उपराज्यपाल के पास के था। कोर्ट में विचाराधीन मामले पर 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए ये अधिकार दिल्ली की चुनी हुई सरकार को दे दिया। लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार ने दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर केंद्र ने 19 मई को एक अध्यादेश जारी किया है। केंद्र की ओर से लाए गए अध्यादेश में इसके लिए नेशनल कैपिटल सिविल सर्विसेज अथॉरिटी (NCCSA) बनाने की बात कही गई है।