पीएम-सेतु योजना देश के युवाओं को दुनिया की कौशल आवश्यकताओं के अनुरूप करेगी तैयार

प्रधानमंत्री मोदी ने कल नई दिल्ली में कौशल विकास दीक्षांत समारोह के दौरान उन्नत आईटीआई के माध्यम से प्रधानमंत्री कौशल एवं रोजगार क्षमता परिवर्तन (पीएम सेतु) योजना के शुभारंभ की घोषणा की। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने देश भर में शिक्षा, कौशल और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ₹62,000 करोड़ से अधिक की विभिन्न युवा-केंद्रित पहलों का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-सेतु योजना से देश भर के एक हज़ार से ज़्यादा आईटीआई को लाभ होगा, उन्हें उन्नत बनाया जाएगा और आधुनिक मशीनरी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत के आईटीआई न केवल औद्योगिक शिक्षा के लिए प्रमुख संस्थान हैं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए कार्यशालाओं के रूप में भी काम करते हैं।
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि एनडीए सरकार कौशल और नवाचार पर विशेष ध्यान देते हुए युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि कौशल और ज्ञान राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के योगदान को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके नाम पर स्थापित किया जा रहा कौशल विश्वविद्यालय उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम होगा। प्रधानमंत्री ने बिहार की संशोधित मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का भी शुभारंभ किया, जिसके तहत लगभग पाँच लाख स्नातक युवाओं को 1,000 रुपये का मासिक भत्ता और हर साल दो साल तक निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। श्री मोदी ने 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चार सौ नवोदय विद्यालयों और दो सौ एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में स्थापित एक हज़ार दो सौ व्यावसायिक कौशल प्रयोगशालाओं का भी उद्घाटन किया।