उत्तराखंड: ढाबा संचालक से मारपीट, सीबीआई ने दर्ज किया पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा

उत्तराखंड:  ढाबा संचालक से मारपीट, सीबीआई ने दर्ज किया पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा
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रुद्रपुर : ढाबे संचालक के साथ मारपीट और उसे पुलिसिया रौब दिखाकर उसे झूठे चरस के केस में फंसाने के मामले में जिले के कुछ पुलिसवालों को भारी पड़ गया है। दरअसल पुलिस की लीपापोती देख नैनीताल हाई कोर्ट ने इस केस की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। जांच के बाद अब सीबीआई ने एक दरोगा, तीन सिपाही और दो एसपीओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 
मामला ऊधमसिंह नगर के केलाखेड़ा थाने की चौकी बेरिया दौलत क्षेत्र का है। ढाबा संचालक में इस मामले में हाईकोर्ट में अपील की थी।

जिसके बाद सीबीआई को जांच करने के आदेश हुए थे। इस मामले में सीबीआई ने 28 जुलाई को नौ अगस्त को प्राथमिक जांच शुरू करते हुए कोर्ट को 19 अगस्त को रिपोर्ट सौंपी थी। इस पर हाईकोर्ट ने सीबीआई को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। सीबीआई के एसपी पीके पाणिग्रही ने बताया कि चौकी प्रभारी प्रकाश चंद टम्टा, सिपाही भुवन सिंह, चंदन सिंह बिष्ट व हरीश गिरी और एसपीओ परवेज अहमद व जसवंत सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
यह था मामला
ढाबा संचालक अनिल शर्मा के अनुसार नेशनल हाईवे के पास उनका पंडित ढाबा है। 28 जुलाई को चार-पांच पुलिस वाले शाम को ढाबे पर आए और उनके साथ मारपीट की। ढाबे में काम करने वाले व्यक्ति का फोन भी छीन लिया। उसे धमकी देकर कहा कि तुम्हारा मालिक कहां हैं। ढाबा सीज कर देंगे।इसके बाद पुलिस वाले उसे अपनी गाड़ी में ले गए और उससे चरस की बरामदगी दिखा दी। जबकि ऐसा नहीं हुआ था। मालिक भी ढाबे पर ही थे, उनसे भी मारपीट की। यह सब घटना ढाबे में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गयी।दूसरे दिन दो पुलिस वाले आए और सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दी। धमकी दी कि अगर यह बात किसी को बताई तो ढाबा सीज कर देंगे। 
मामला पहुंचा हाई कोर्ट
यह प्रकरण हाईकोर्ट के संज्ञान में आया तो कोर्ट ने एसएसपी से वीडियो कांफ्रेंसिंग से पूरी रिपोर्ट ली थी। न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी की एकल खंडपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई थी। कोर्ट के समक्ष मामले के सीसीटीवी फुटेज भी रखे गए थे। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए थे। कोर्ट ने मामले में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होने और साक्ष्य मिटाने पर एसएसपी से कड़ी नाराजगी जताई थी। जिसके बाद एसओ लाइन हाजिर और दारोगा और सिपाही सस्पेंड हुए थे।