Haryana: बृजेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद, JJP मांग रही हरियाणा में 2 सीट, जने कौनसी सीटों पर JJP कर रही दावेदारी 

Haryana: बृजेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद, JJP मांग रही हरियाणा में 2 सीट, जने कौनसी सीटों पर JJP कर रही दावेदारी 


बृजेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) हिसार लोकसभा सीट भाजपा से हार गई। सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी जेजेपी ने अब लोकसभा चुनाव के लिए दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने हिसार के साथ भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट की मांग की है।

लेकिन भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि चूंकि जेजेपी राज्य में भाजपा की सहयोगी है, इसलिए राज्य के साथ-साथ केंद्रीय स्तर पर भी जेजेपी को एक लोकसभा सीट देने पर विचार-विमर्श चल रहा है। राज्य से मिली जानकारी के बाद पार्टी के कुछ नेताओं ने सिरसा सीट के लिए जेजेपी को अपना समर्थन दिया है।

11 मार्च को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाजपा-जेजेपी गठबंधन पर भी चर्चा होने की संभावना है।

हिसार सीट पहले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास थी। लेकिन इस बार वह भाजपा के बृजेंद्र सिंह से हार गए। 2014 में उन्होंने INLD से लोकसभा चुनाव जीता था। वह लोकसभा क्षेत्र की उचाना विधानसभा सीट से विधायक भी हैं। इसलिए जेजेपी इस सीट को मजबूत मान रही है। उनके छोटे भाई दिग्विजय चौटाला के इस सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है।

यह सिरसा को लेकर बीजेपी का गेम प्लान है, सिरसा को जेजेपी को देने के पीछे बीजेपी ने एक अलग गेम प्लान बनाया है। इस योजना के माध्यम से भाजपा चौटाला परिवार के विरोध को बनाए रखना चाहती है। इसका मजबूत आधार इसलिए भी बनाया जा रहा है क्योंकि आईएनएलडी का सिरसा में मजबूत आधार है। अगर जेजेपी का कोई उम्मीदवार खड़ा किया जाता है, तो इनेलो प्रमुख ओ. पी. चौटाला एक मजबूत उम्मीदवार खड़ा करेंगे। अभय सिंह चौटाला और दुष्यंत चौटाला आमने-सामने हैं।