इगास पर छुट्टी घोषित, आप ने कहा हमारी मांग मानी
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीपावली के बाद मनाए जाने वाले राज्य के लोक पर्व इगास पर राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है। दरअसल इससे पहले सीएम ने पूर्वांचल के लोक पर्व छठ पर अवकाश घोषित किया था। इसके बाद से ही प्रदेश में इगास को लोकपर्व घोषित करने को लेकर शोसल मीडिया पर अभियान चल पड़ा था,आम आदमी पार्टी इसे जोर शोर से उठा रही थी। आप के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी कर्नल (रि) अजय कोठियाल इसे लेकर ट्वीट भी किया था और आप ने प्रेस कॉफ्रेंस कर इगास को अवकाश घोषित करने की मांग की थी। अब कर्नल कोठियाल ने इसे अपना असर बताया है।
इगास पर्व पर छुट्टी की सरकार ने हमारी माँग मान ली है, मुझे खुशी है सरकार विपक्ष की बात को गम्भीरता से ले रही है।
— Col Ajay Kothiyal, KC, SC, VSM (R.) (@ColAjayKothiyal) November 11, 2021
इसी तरह अगर सरकार हमारे बेरोजगारी पर सुझाव भी मान ले तो उत्तराखंड से बेरोजगारी जड़ से खत्म हो जाएगी। https://t.co/QktgfL7Z40
उत्तराखंड में अपनी जड़ें मजूबूत करने में जुटी आम आद्मी पार्टी लगातार प्रदेश के जमीन से जु़ड़े मुद्दे उठा रही है। प्रदेश के आध्यात्मिक परिवेश को देखते हुए इसे आध्यात्मिक राजधानी बनाने की घोषणा खुद आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल कर चुके हैं।
बेरोजगारी का मुददा हो या राज्य गठन के 21 साल बाद भी प्रदेश की स्थायी राजधानी न बन पाने का मुद्दा हो, या रामपुर तिराहे, मुजफ्फरनगर, खटीमा, मसूरी श्रीयंत्र टापू गोलीकांड के दोषियों को सजा न होने का मामला। पार्टी लगातार इन मुद्दों पर मुखर है। राज्य में मजबूत भू-कानून के मुद्दे पर भी पार्टी लगातार सत्ताधारी बीजेपी को निशाने पर ले रही है।
राज्य स्थापना के मौके पर लिए पांच संकल्प
राज्य स्थापना के मौके पर 21 सवाल दोहराते हुए कर्नल कोठियाल ने पांच संकल्प भी लिए हैं। इनमें गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी बनाने, मुजफ्फरनगर (रामपुर तिराहा), खटीमा, मसूरी, श्रीयंत्र टापू गोलीकांड के दोषियों को सजा सुनिश्चित कराने, सरकारी सेवाओं में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को आरक्षण देने और आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण को युद्धस्तर पर 100 दिन के भीतर पूरा करने, उत्तराखंड की सभी परिसंपत्तियों को उत्तरप्रदेश के कब्जे से मुक्त कराने और उत्तराखंड में जनभावनाओं के अनुरूप मजबूत भू-कानून लागू करना शामिल है।