kisan andolan 2.0: हक नहीं मिलने तक किसान शंभू बॉर्डर पर डटे रहेंगे

kisan andolan 2.0: हक नहीं मिलने तक किसान शंभू बॉर्डर पर डटे रहेंगे

किसानों के तेज होते आंदोलन के बीच आज शाम चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के तीन मंत्रियों और किसान यूनियन के नेताओं के बीच बैठक होने वाले हैं. इससे पहले दो बैठकें हो चुकी है. आज तीसरे दौर की बैठक होगी. इधर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी है. हालांक पंजाब किसाम मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि आज शाम होने वाली बैठक के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी. आज दिन में किसान शंभू बॉर्डर पर शांतिपूर्वक बैठेंगे और अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे. बता दें कि किसान एमएसपी गारंटी कानून लागू करने समेत अन्य मागों को लेकर दिल्ली चलो मार्च कर रहे हैं. 

वहीं एएनआई के मुताबिक आज मंत्रियों के साथ होने वाली बैठक को लेकर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने भरोसा जताया है कि आज की बैठक में कोई सकारात्मक समाधान जरूर निकलेगा. उन्होंने कहा है कि हम आज पूरी तरह से सकारात्मक मूड में बैठक में शामिल होने जा रहे हैं और हमें पूरा भरोसा है कि यह बैठक कोई सकारात्मक समाधान निकलेगा. उन्होंने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि बैठक से पहले इसमे शामिल होने वाले तीनों मंत्रियों से पीएम मोदी बातचीत करें ताकि हम अपनी मांगों के समाधान तक पहुंच सकें.. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए.

ये तीन मंत्री होंगे शामिल
आज शाम किसान यूनियन के नेताओं के साथ होने वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिए होने वाली बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शामिल होंगे. गौरतलब है कि इस बार किसान नेताओं ने शपथ ली है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वो अपने घर वापस नहीं लौटेंगे. इससे पहले दोनों पक्षों के बीच दो बैठकें हो चुकीं हैं और दोनों ही विफल रहीं. इसके बाद ही 13 फरवरी को किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि राजनाथ सिंह और अर्जुन मुंडा सहित वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन और संबंधित मुद्दों को संबोधित करने के लिए बुधवार को चर्चा की. हालांकि बैठक में क्या हुआ है इसका खुलासा अब तक नही हो पाया है. 

पंजाब में रेलवे ट्रैक जाम करेंगे किसान
इधर भारतीय किसान यूनियन (कादियान) और संयुक्त किसान मोर्चा(एसकेएम) भारतीय किसान यूनियन (कादियान) और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) पंजाब चैप्टर के हरमीत सिंह कादियान ने 16 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. जिसमें 15 फरवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक पंजाब भर के टोल प्लाजा पर अतिरिक्त विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है. इसके अलावा किसान संगठनों ने 14 फरवरी को ऐलान किया है कि वो 15 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेलवे ट्रैक के जाम करेंगे. किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए कई ट्रेनों के रूट या उनके समय में बदलाव किया गया है.

'किसानों पर शैलिंग की कार्रवाई करना गलत'
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कल कहा है कि अनुराग ठाकुर जी की और से वार्ता का बयान हमें पता लगा उसके बाद हमने अपने दोनों किसान नेताओं के फोरम पर बात करके मैंडेट लिया कि अगर सरकार बात करना चाहती है तो हमें बात करनी चाहिए. लेकिन जिस तरह की पुलिस कार्यवाही हो रही थी उससे हमें ऐसा लग रहा था कि केंद्र सरकार हमसे बात नहीं करना चाहती. ड्रोन से जिस तरह से हम पर शैलिंग करवाई जा रही थी. इसी वजह से हम बातचीत को राजी नहीं थे. पंजाब पुलिस के अफसर हमें आगे लेकर गए कि शैलिंग को लेकर हरियाणा सरकार से बातचीत करते हैं लेकिन उस दौरान किसान नेताओं को टारगेट करते हुए रबड़ की गोली चलाई गई. इसी वजह से हम कह रहे हैं कि केंद्र सरकार का रवैया ठीक नहीं है.

हम वार्ता चाहते हैं टकराव नहीं
उन्होंने कहा कि जब हम कह रहे हैं कि हम पीसफुल बैठेंगे आगे नहीं बढ़ेंगे तो केंद्र सरकार को हम पर शैलिंग नहीं करनी चाहिए. केंद्र सरकार हमें भड़काने का प्रयास कर रही है.अब हम पर शैलिंग और फायरिंग हरियाणा पुलिस नहीं कर रही बल्कि पैरामिलिट्री फोर्स को लगाया गया है. देश में पैरामिलिट्री फोर्सज तब लगती है जब कोई एमरजेंसी के हालात हो. यूपी में जो यूनियन हमें समर्थन दे रही है उन किसानों को गिरफ्तार किया जा रहा है.लेकिन इस तरह के हालात में भी हम वार्ता करना नहीं छोड़ेंगे हम टकराव नहीं चाहते.