वीसी साहब दरबान सिंह नेगी की स्मृति में आयोजित शौर्य महोत्सव का रंगारंग समापन

वीसी साहब दरबान सिंह नेगी की स्मृति में आयोजित शौर्य महोत्सव का रंगारंग समापन
वीसी साहब दरबान सिंह नेगी की स्मृति में आयोजित शौर्य महोत्सव का रंगारंग समापन

जितेन्द्र पंवार (कर्णप्रयाग):देश के पहले विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरवान सिंह नेगी के पैतृक गांव कफारतीर में तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव का आज रंगारंग कार्यक्रमों और पुरुस्कार वितरण के साथ समापन हो गया है। तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन क्षेत्रीय महिलाओं ने शानदार नंदा देवी राजजात की झांकी निकालकर महोत्सव को यादगार बना दिया । शौर्य दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने शिरकत कर, अति विशिष्ट अतिथि पद्मश्री से सम्मानित कल्याण सिंह रावत को शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
प्रथम विश्व युद्ध में अपने अदम्य साहस का परिचय देने पर तत्कालिन ब्रिटिश सरकार द्वारा दरवान सिंह नेगी को ब्रिटिश सरकार के सबसे बड़े सैन्य सम्मान विक्टोरिया क्रॉस पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था। वीसी दरवान सिंह नेगी विक्टोरिया क्रॉस पुरस्कार पाने वाले पहले सैनिक थे। नारायणबगड़ ब्लाक के अंतर्गत उनके पैतृक गांव कफ़ारतीर में तीन दिवसीय शौर्य दिवस के समापन के अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि देश रक्षा की जहां पर बात आती है हमारे वीर जांबाज कभी पीछे नही हटे भले ही उन्हें अपनी जान ही क्यों न गवानी पड़ी हो। उन्होंने कहा की वीसी साहब दरवान सिंह नेगी ने प्रथम विश्व युद्ध मे वीरता का परिचय दिखाते हुए विश्व पटल पर अपनी एक अलग पहचान बनाई।

शौर्य दिवस के समापन समारोह के अवसर पर गढ़वाली लोकगायक किसन महिपाल ने गीतों के माध्यम से लोगों का मनोरंजन किया । किसन महिपाल ने जख देवतों का ठौ छिन भैजी वखी हमरो गौं छिन भैजी... से अपने गीतों की शुरुआत की। उसके बाद हम च तेरा लाल भोला,जय बद्री विशाल और घुर घुघुती घुराली, रामठोला भलू बजणू घमघमा गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर झूमने नाचने के लिए मजबूर किया। उनसे प्रशंसक लगातार वन्स मोर वन्स मोर की मांग करते रहे। उन्होंने भी किसी को निराश नहीं किया।बीच बीच में स्थानीय महिलाओं व स्कूली बच्चों ने भी शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोहा।
शौर्य महोत्सव के तीसरे दिन मेले में बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ा रहा‌। शौर्य महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर कफारतीर के खैतोलीखाल में आयोजित तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव में सूबे के मुख्यमंत्री के नहीं पहुंचने पर क्षेत्रीय लोगों में भारी निराशा रही। शौर्य महोत्सव के शुभारंभ पर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करनी थी। इसके लिए खैतोलीखाल में हेलीपैड भी तैयार किया जा चुका था। परंतु अस्थाई हेलीपैड किसी हैलीकॉप्टर की लैंडिंग का इंतजार ही करता रह गया। बताते चलें कि पहली बार शौर्य महोत्सव को बतौर राजकीय शौर्य महोत्सव के रूप में मनाया गया। इसके लिए शासन के प्रतिनिधियों की आने की आस यहां के क्षेत्रवासियों ने की थी परंतु तीसरे दिन भी सभी इंतजार करते रहे। इसका यहां के लोगों में निराशा देखी गयी ।