प्रवीण नेतारू हत्याकांड: PFI ने मस्जिद में छिपाए थे हथियार, 2047 तक इस्लामी शासन लाने का लक्ष्य

प्रवीण नेतारू हत्याकांड: PFI ने मस्जिद में छिपाए थे हथियार, 2047 तक इस्लामी शासन लाने का लक्ष्य

प्रवीण नेतारू हत्याकांड: 2022 में कर्नाटक में प्रवीण नेतरू की हत्या की राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा की गई जांच में चौंकाने वाले विवरण सामने आए हैं कि अब प्रतिबंधित पीएफआई ने कैसे योजना बनाई और अपराध को अंजाम दिया।

एनआईए की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि पीएफआई ने कलंजा मसूद की हत्या का बदला लेने की योजना बनाई थी। वे कई वर्षों से इसकी तैयारी कर रहे थे, तीन दिनों में इसकी योजना बनाई गई, चार लोगों को निशाना बनाया  गया और फिर प्रवीण नेतारू को मारने का फैसला किया गया। प्रवीण नेतारू हत्याकांड में कुल 20 लोगों को आरोपी बनाया गया है।

चार्जशीट में आगे खुलासा हुआ कि यह मुस्तफा पचर ही था जिसने प्रवीण नेतरू की आखिरी मिनट में हत्या का आदेश दिया था। प्रवीण नेतारू जब मुर्गे की दुकान से निकल रहे थे तो पीएफआई के लोगों ने उन पर हथियारों से हमला कर दिया और जनता के सामने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। 

पीएफआई ने 'सर्विस' नाम से जिस हत्या टीम को एक साथ रखा था, उसने ऑपरेशन को अंजाम दिया। राज्य पीएफआई कार्यकारी समिति द्वारा हिंदू नेताओं की हत्या की योजना विकसित की गई थी। पीएफआई ने समाज में आतंक, सांप्रदायिक नफरत और अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए, अपने लक्ष्यों की हत्याओं को अंजाम देने के लिए सर्विस टीम्स नामक गुप्त टीमों का गठन किया था।

एनआईए ने हत्यारों की सभी गतिविधियों का पता लगा लिया है और रिपोर्ट अदालत को सौंप दी है। प्रवीण नेतरू पर 30 बार हमला किया गया और उनके शरीर पर हथियारों के मिलते-जुलते निशान पाए गए। अपराधियों ने हथियारों से हमला करते हुए प्रवीण नेतरू के सिर पर निशाना लगाया गया। 

प्रवीण नेतारू को हत्या की योजना की जानकारी मिली थी। उसने अपने दोस्त चरण राज को भी बताया था कि कोई उसका पीछा कर रहा है। उन्होंने सुरक्षा और अपनीउ दुकान के सामने एक सीसीटीवी लगाने के लिए भी कहा था। एनआईए अधिकारियों ने प्रवीण की अपने दोस्त से बात करने की ऑडियो रिकॉर्डिंग जब्त कर ली है।