उत्तराखंड: इस मजबूरी से कब मिलेगी आजादी?

उत्तराखंड: इस मजबूरी से कब मिलेगी आजादी?
मरीज को ले जाते ग्रामीण

नैनीताल: देश को आजाद हुए 74 साल होने का जश्न अभी मनाया, आने वाले नवंर में उत्तराखंड को बने 2 साल हो जाएंगे लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था के हाल कैसे हैं ये बताने की जरुरत नहीं । इसकी गवाही ये तस्वीरें आए दिन करती रहती हैं। नया मामला नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक की ग्राम पंचायत कुकना का है जहां  रविवार शाम उमा देवी पत्नी दीवान सिंह का स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया। आसपास अस्पताल नहीं होने से सोमवार सुबह ग्रामीणों ने उन्हें कुर्सी के सहारे 15 किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रीठा साहिब पहुंचाया, जहां महिला का इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कुकना में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति मिल चुकी थी। इसके लिए ग्रामीणों ने भूमि भी दे दी है, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र अब तक नहीं बन पाया है। शासन और विभागीय अधिकारियों को कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। महिला को स्वास्थ्य केंद्र रीठा साहिब पहुंचाने वालों में पूर्व बीडीसी दीवान सिंह, नवीन धौनी, नरेंद्र सिंह, खीम सिंह, दीवान सिंह, सुरेंद्र, चंचल सिंह, हेम, योगेश, दीपक, नवीन, राजेंद्र आदि रहे।