सतनाम संधू ने संसद में चल रहे बजट सत्र के दौरान अवैध अतिक्रमण का उठाया मुद्दा

अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) की संपत्तियों पर अवैध अतिक्रमण के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। आज सांसद सतनाम सिंह संधू ने केंद्र सरकार से संसद के चल रहे बजट सत्र के दौरान प्रवासी भारतीयों के हितों की रक्षा के लिए मजबूत न्यायिक प्रणाली लागू करने का आग्रह किया है।
सांसद संधू ने कहा, "एनआरआई की संपत्तियों से संबंधित अवैध कब्जे और धोखाधड़ी के असंख्य मामले प्रकाश में आ रहे हैं। इसके कारण, एनआरआई में संपत्तियों के प्रति डर का माहौल पैदा हो रहा है और वे भारत से अपनी संपत्तियां बेचना पसंद करने लगे हैं।"
सांसद संधू ने इस मामले को गंभीरता से लेने की सलाह देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि एक मजबूत व्यवस्था बनाई जाए जो इस मुद्दे से जुड़ी बढ़ती चुनौतियों से निपट सके।
उन्होंने आगे कहा कि एनआरआई समुदाय को आश्वस्त करने के लिए विश्वास-निर्माण उपाय किए जाने की आवश्यकता है कि उनकी पैतृक संपत्ति या उनकी मातृभूमि में जमीन सरकार द्वारा संरक्षित है।
भारत के विकास में एनआरआई समुदाय के "मूल्यवान योगदान" पर जोर देते हुए संधू ने कहा, "3.5 करोड़ से अधिक एनआरआई देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।" उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर विकसित भारत की यात्रा तक प्रवासी भारतीयों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है। प्रवासी भारतीय न केवल भारत को आर्थिक लाभ पहुंचाते हैं, बल्कि वे वैश्विक मंच पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं।