चमोली: इन विकासखंडों में वैक्सीनेशन की रफ्तार हुई सुस्त, बार- बार काटने पड़ रहे हैं वैक्सीन के लिए चक्कर

चमोली: इन विकासखंडों में वैक्सीनेशन की रफ्तार हुई सुस्त, बार- बार काटने पड़ रहे हैं वैक्सीन के लिए चक्कर
चमोली: इन विकासखंडों में वैक्सीनेशन की रफ्तार हुई सुस्त, बार- बार काटने पड़ रहे हैं वैक्सीन के लिए चक्कर

थराली (मोहन गिरी): थराली ,सहित देवाल और नारायणबगड़  विकासखण्ड में वैक्सीनेशन की रफ्तार अब सुस्त होती दिखाई दे रही है। मई माह से 18+ के युवा वर्ग को कोरोना के टीके लगने शुरू हुए थे लेकिन वैक्सीनेशन का काम इन 3 महीनों में रफ्तार पकड़ने की बजाय सुस्त होता दिखाई दे रहा है। आलम ये है कि  बीते एक सप्ताह से थराली में  18 + वर्ग के युवाओं को कोरोना वैक्सीन का टीका नहीं लग पा रहा है। जिसके चलते युवा वर्ग कोरोना के टीके के लिए लगातार वैक्सीनेशन सेंटर के चक्कर काट रहे हैं। बीते 8 जुलाई को कोविड वैक्सीन की 500 डोज थराली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को मिली थी जिसमें से कोविशील्ड की अधिकांश डोज 45 + ऐज के व्यक्तियों को दूसरी डोज के रूप में लगाई गई जिसके चलते युवा वर्ग को वैक्सीनेशन से वंचित रहना पड़ रहा है। 
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली में वैक्सीन लगाने आये मेटा तल्ला के दिनेश कुमार बताते हैं कि वे तीसरी बार वैक्सीन लगाने अस्पताल पहुंचे हैं लेकिन आज भी उन्हें मायूस ही घर लौटना पड़ा। वहीं युवा व्यापारी संदीप रावत की उम्र 38 साल है लंबे समय से स्लॉट बुक करने पर कभी स्लॉट खाली ही नही मिले और अब वैक्सीन की कमी के चलते पिछले एक सप्ताह से स्लॉट वेबसाइट पर दिख हीं नही रहे जिसके चलते ये संदीप को  भी अब तक कोरोना की पहली डोज तक नहीं लग सकी है।
आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो मई में 18 वर्ष के युवाओ को टीके लगाने की शुरुआत हुई थी जिसके लिए थराली में कुल लक्ष्य 15300 युवाओं का रखा गया था लेकिन अब तक भी कुल 6392 यानी लगभग 45 फीसदी युवाओ को ही कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग सकी है। जबकि अब तक किसी को भी वैक्सीन की दूसरी डोज नही लग सकी है जिसकी वजह है कोरोना की पहली डोज और दूसरी डोज के बीच का अंतराल बढ़ना। 
वहीं थराली में 45 + age ग्रुप में 8586 लोगो को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया था जिसमे से 8368 यानी 97.5 फीसदी लोगो को पहली डोज लगाई जा चुकी है वहीं इस ऐज ग्रुप में 42 फीसदी यानी 3585 लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। 
अब बात करते हैं नारायणबगड़ विकासखण्ड की जहां 18 -45 वर्ष के युवा वर्ग में कुल 15000 युवाओ को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया था जिसमे से 5345 यानी 35.6 फीसदी युवाओ को ही अब तक वैक्सीन की पहली डोज लग सकी है। यहां भी 45 + ऐज ग्रुप में 7617 के लक्ष्य के सापेक्ष 7499 लोगों को यानी 98 प्रतिशत को पहली डोज और 3299 यानी 44 फीसदी लोगों को ही अब तक दूसरी डोज लग सकी है। 
देवाल विकासखण्ड में वैक्सीनेशन की रफ्तार थोड़ा और सुस्त है यहां 18 + ग्रुप के 12300 युवाओं को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया जबकि मात्र 4208 यानी कुल 34.2 फीसदी लोगों को ही 10 जुलाई तक कोरोना की वैक्सीन लग सकी है। जबकि इस विकासखण्ड में 45+ वर्ग में 5410 लोगो को वैक्सीनेट करने के लक्ष्य के सापेक्ष कुल 5069  यानी 93 प्रतिशत को कोरोना की पहली डोज लगाई गई। वहीं अब तक 2391 लोग ही कोरोना की दूसरी डोज लगा पाए हैं जो पहली डोज के सापेक्ष 47 फीसदी है। वहीं फ्रंटलाइन और hcw में लक्ष्य को लगभग 100 फीसदी प्राप्त कर लिया गया है 
यानी कुल मिलाकर देखा जाए तो 18 से 45 वर्ग की आयु में अभी भी वैक्सीनेशन के 50 फीसदी के लक्ष्य को थराली ,देवाल, नारायणबगड़ में पूरा नही किया जा सका है।वहीं इस पूरे मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली के चिकित्साप्रभारी नवनीत चौधरी के कहना है कि वैक्सीन की डिमांड भेजी गई है नई वैक्सीन की खेप आने पर ही 18 + युवा वर्ग को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जा सकेगा।