महाकुंभ 2021: एक ही रंग में रंगी नजर आएगी धर्मनगरी

महाकुंभ 2021: एक ही रंग में रंगी नजर आएगी धर्मनगरी
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हरिद्वार: 2021 में होने वाले महाकुंभ में हर ओर आस्था व भक्ति देखने को मिलेगी। कुंभ मेले से पहले गंगा किनारे बने भवन, होटल-धर्मशालाएं एक रंग में रंगे नजर आएंगे। हरकी पैड़ी सहित कुंभ मेला जोन में इस बार केसरिया और पीले रंग का भरपूर इस्तेमाल होगा। मंदिरों, आश्रम, होटल, धर्मशालाएं  आदि भवनों में एक सामान रंगने के बाद भव्य रूप में नजर आएंगे। मेला क्षेत्र के आसपास आश्रमों व दुकानदारों ने अभी से ही अपने-अपने प्रतिष्ठानों को केसरिया व पीले रंग में रंगना शुरू कर दिया है। मेला प्रशासन ने शहर को भव्य रूप देने के लिए आश्रम संचालकों, दुकानदारों, मठ,साधु-संतों से सुझाव भी मांगे हैं। हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) ने मेले क्षेत्र में 150 भवनों का सर्वे भी कर लिया है जिसमें ब्रिटिशकालीन डमकोटी ब्रिज से लेकर सर्वानंद घाट तक शामिल हैं, जिन्हें इन दोनों रंगों से रंगकर सुंदर बनाया जाएगा।मेलाधिकारी दीपक रावत मेला क्षेत्र में एक भवनों में एक जैसे रंग पर फोकस  कर रहे  हैं ताकि शहर को एक भव्य रूप  दिया जा सके।
आश्रम संचालकों से लेकर स्थानीय दुकानदारों ने भी प्रतिष्ठानों को एक जैसे रंग में रंगने के सुझाव पर हामी भरी है। अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह की व्यापारियों के साथ बैठक में व्यापारियों ने भवनों को  केसरिया और पीले रंग में रंगने पर अपनी सहमति जताई है।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी भवनों को केसरिया व पीले रंग में रंगने के सुझाव का स्वागत किया है। परिषद भी लंबे से इस पर अमल करने के लिए विचार कर रहा था।अखाड़ा परिषद के महासचिव महंत हरि गिरी महाराज कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ बैठक में भी परिषद के प्रतिनिधियों ने मांग की थी कि मेला क्षेत्र को केसरिया व पीले रंग में रंगा जाए ताकि पूरा मेला क्षेत्र एक ही रंग में नजर आए। 
चूंकि, महाकुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालु भारी संख्या में दर्शन करने को आएंगे ऐसे में मेले क्षेत्र में केसरिया व पीले रंगों में रंगे भवनों से शहर की भव्यता भी दोगुनी हो जाएगी।