आम आदमी पार्टी द्वारा उत्तराखंड के स्कूलों का नकारात्मक चित्रण करने से भड़के शिक्षक

आम आदमी पार्टी  द्वारा उत्तराखंड के स्कूलों का  नकारात्मक चित्रण करने से भड़के शिक्षक
'आप' द्वरा वायरल वीडियो से ली गई पिक

देहरादून: उत्तराखंड में दिल्ली मॉडल के जरिए अपने पैर जमाने की तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी (AAP) के उत्तराखंड में स्कूलों की स्थिति को लगातार शोसल मीडिया के जरिए देश भर में बदहाल दिखाए जाने पर शिक्षकों में भारी आक्रोश है। एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार इस तरह के प्रचार से नाराज शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश में कुछेक स्थानों की तस्वीरें दिखाकर पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त और बदहाल दिखाना कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है। दरअसल आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने प्रचार तंत्र के जरिए इन दिनों उत्तराखंड के एक प्राथमिक स्कूल का वीडियो वायरल किया है जिसके लिए बताया गया है कि वहां जुए और नशे के अलावा कोई काम नहीं होता। वहीं उसके साथ दिल्ली के एक स्कूल का तुलना के लिए सुंदर चित्रण किया गया है। शिक्षकों का कहना है कि किसी एक स्कूल के आधार पर कैसे पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नीचा दिखाया जा सकता है। शोसल मीडिया पर उत्तराखंड के तमाम शिक्षक आम आदमी पार्टी (आप) के प्रचार तंत्र की इस हरकत के खिलाफ आक्रोष भी व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि उत्तराखंड में हजारों स्कूल बेहतर स्थिति में हैं। प्यूड़ा नैनीताल के प्रवक्ता शैलेन्द्र जोशी ने इस पर आक्रोश जताते हुए इसे राज्य के शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करने की साजिश बताया है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दिल्ली के सभी स्कूल फाईव स्टार हो गए हैं? वहीं राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष केके डिमरी ने कहा कि इस प्रकार से दुष्प्रचार करना ठीक नहीं है। माना कि कुछ स्कूलों में संशाधनों की कमी हो सकती है लेकिन अच्छी बातों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। राजनीति की भी सीमा होती है।