चंडीगढ़ में नकली दवाई रैकेट का भंडाफोड़ हुआ

चंडीगढ़ में नकली दवाई रैकेट का भंडाफोड़ हुआ

उप सचिव स्वास्थ्य के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे अभियान के तहत यू.टी. प्रशासन एवं निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, यू.टी. बाजार में घटिया दवाओं के प्रवाह पर नजर रखेगा प्रशासन; एक संयुक्त टीम जिसमें अमित लखनपाल और तजिंदर सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर, यू.टी. प्रशासन ने 20 अप्रैल को चंडीगढ़ के सेक्टर 45 के बुड़ैल के अंदरूनी बाजार में स्थित एक फर्म पर छापा मारा।

खोज और पूछताछ के दौरान, फर्म को बिना किसी खरीद रिकॉर्ड के बिक्री वाली दवाओं, ज्यादातर एंटीबायोटिक्स का स्टॉक करते हुए पाया गया।

छापेमारी दल ने कार्रवाई करते हुए नकली होने के संदेह में नौ नमूने लिए और परीक्षण के उद्देश्य से सरकारी विश्लेषक, चंडीगढ़ को भेजे। इसके अलावा, राज्य औषधि नियंत्रण प्राधिकरण, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से पूछताछ पर, कथित दवाओं के लेबल पर उल्लिखित निर्माण फर्मों को नकली पाया गया।

लिहाजा लगभग 4.60 लाख रुपये के उक्त दवाओं का पूरा स्टॉक टीम ने जब्त कर लिया है। सरकारी विश्लेषक चंडीगढ़ ने भी आठ दवाओं की सामग्री को शून्य (शून्य) घोषित किया।

उसी महीने, संयुक्त टीम जिसमें अमित लखनपाल औरतजिंदर सिंह, ड्रग्स इंस्पेक्टर, यू.टी. प्रशासन ने मलोया स्थित एक अन्य फर्म पर भी छापा मारा, जहां से नकली दवा (Avi-Clav 625 LB Tablets, Batch No. PFT-2278, M/s Proceed Formulations, Derabassi, Punjab द्वारा निर्मित) और 3.5 लाख रुपये मूल्य की नकली दवा बरामद की गई। जैसा कि सरकारी विश्लेषक चंडीगढ़ ने दवा की सामग्री को शून्य (शून्य) घोषित किया।

इसके अलावा, फर्मों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कानून के अनुसार शुरू की गई है। इस तरह का अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।