जी 20 सम्मेलन 2023,दुनिया की सबसे ताकतवर डिनर पार्टी पर नजरें

जी 20 सम्मेलन 2023,दुनिया की सबसे ताकतवर डिनर पार्टी पर नजरें

G20 सम्मेलन विश्व का सबसे बड़ा और ताकतवर कूटनीतिक इवेंट माना जाता रहा है। पिछले कुछ वर्षों से इस सम्मेलन ने नए ग्लोबल आर्डर को तय करने में अहम भूमिका निभाई है। इस दो दिवसीय सम्मेलन का सबसे अहम हिस्सा होता है ग्रैंड डिनर पार्टी। यह डिनर मेजबान देश की ओर से सभी विदेशी मेहमानों के सम्मान में दिया जाता है। लेकिन यह एक आम डिनर पार्टी नहीं होती है। इस पार्टी के आयोजन के जरिए मेजबान देश विश्व को अपनी संस्कृति, विविधता के अलावा देश के अंदर सबसे ताकतवर लोगों से रूबरू कराता है।

9 सितंबर को पूरे दिन चलने वाली मीटिंग के बाद होने वाली डिनर पार्टी में शामिल होने के लिए मेहमानों के अलावा लगभग 600 लोगों को निमंत्रण दिया गया है। राष्ट्रपति की ओर से दिए गए निमंत्रण पत्र में देश के सभी सीएम, राज्यपाल, टॉप बिजनेसमैन और समाज के अलग-अलग क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों को बुलाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी शासित राज्यों के ज्यादातर CM भी इस डिनर में शामिल होने जाएंगे। ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक समेत कई CM शामिल होंगे।

डिनर में केंद्रीय मंत्रियों को मेहमानों की खातिरदारी के लिए खास ड्यूटी लगाई गई है। सभी का उनकी पसंद के मुताबिक इंतजाम करने के साथ उन्हें देसी खाने के बारे में विस्तार से बताना भी है। इस डिनर में देश के तमाम हिस्सों के देसी व्यंजनों को शामिल किया गया है। इस डिनर में पूरी तरह शाकाहारी खाने का ही इंतजाम है।

G20 का यह डिनर पूरी तरह अनौपचारिक होता है। इसमें मीडिया यहां तक कि सरकारी मीडिया तक को अंदर जाने की इजाजत नहीं होती। इस आयोजन का खास आकर्षण होती है राष्ट्राध्यक्षों की ड्रेस। वे इसमें रंग-बिरंगे और सांस्कृतिक परिधान में आते हैं। सूत्रों के मुताबिक, कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष इसमें भारतीय परिधान में भी शामिल हो सकते हैं। अमूमन परंपरा रही है कि चाहे तो अपने देश की पारंपरिक या मेजबान देश की परंपरा के अनुसार वे ड्रेस तय करते हैं।

जब डिनर के अंदर दुनिया के सबसे ताकतवर लोग अनौपचारिक अंदाज में मिलते हैं तो फिर कई बार इसमें ऐसी भी कई बातें हो जाती है जो बाद में बहुत बड़ी बात हो जाती हैं। 2018 में लंदन में हुए G20 सम्मेलन में हुए डिनर आयोजन में जिस तरह पूतिन और ट्रंप के बीच केमेस्ट्री दिखी थी उस पर अमेरिका में बड़ा सियासी विवाद हुआ। पूतिन से उनकी करीबी ट्रंप को भारी पड़ी और अगले दो सालों तक इसपर सफाई देते रहे। उनकी हार में यह भी एक कारण बना।