क्या इस बार राहुल गांधी बनेंगे नेता प्रतिपक्ष ?, कांग्रेस सांसदों की क्या है मांग ? नेता प्रतिपक्ष का पद क्यों है महत्वपूर्ण ?

क्या इस बार राहुल गांधी बनेंगे नेता प्रतिपक्ष ?, कांग्रेस सांसदों की क्या है मांग ? नेता प्रतिपक्ष का पद क्यों है महत्वपूर्ण ?

लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जहां ये तय है कि केंद्र में एनडीए सरकार बनेगी। और नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। वहीं नेता प्रतिपक्ष कौन होगा ये अभी तय नहीं हुआ है। अब दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हो रही है। जिसमें तमाम नवनिर्वाचित सांसद हिस्सा ले रहे हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी सीडब्ल्यूसी की बैठक में पहुंचे हैं। इस बार ज्यादातर कांग्रेस सांसद चाहते हैं कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाएं।

इस बार कांग्रेस को सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के चलते आधिकारिक तौर पर नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल जाएगा। क्योंकि इस बार कांग्रेस ने चुनाव में 99 सीटें जीती हैं। और नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए सबसे बड़े विपक्षी दल के पास कुल सीटों का कम से कम 10 फीसदी यानी 55 सीटें होनी चाहिए। ऐसे में अब इस पद के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है और पार्टी के सांसद और नेता भी कह रहे है कि नेता प्रतिपक्ष की कमान राहुल गांधी को ही संभालनी चाहिए।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने चुनाव नतीजों के बाद कहा कि हम चाहते हैं कि राहुल गांधी सदन में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाएं। दूसरी ओर सीडब्ल्यूसी की बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे कांग्रेस सांसद डीन कुरियाकोस ने उम्मीद जताई कि राहुल गांधी ही नेता प्रतिपक्ष बनेंगे।

वहीं डीन कुरियाकोस ने कहा कि संसदीय दल आज एक नेता का चुनाव करेगा, हम उम्मीद कर रहे हैं कि राहुल गांधी संसदीय दल के नेता होंगे। हमारे पास अब अच्छी संख्या है। हम एक अच्छा विपक्ष बनाएंगे। हम बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे। बीजेपी के खिलाफ जनादेश है, ये बिल्कुल सच है। भारत नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। देखते हैं क्या बनता है।

राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग को लेकर CWC की बैठक से पहले दिल्ली में राहुल-प्रियंका सेना के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने प्रदर्शन किया और कहा कि मैं और सभी कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता भी चाहते हैं कि राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाया जाए। लोकसभा में मोदी की गारंटी की पोल राहुल गांधी दमदार तरीके से खोल सकते हैं। अगर वो जनता की बात करेंगे तो उन्हें विपक्ष का नेता बनना चाहिए। उन्हें मना नहीं करना चाहिए।

यहां ये बता दें कि देश में नेता प्रतिपक्ष का पद काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि कई कमेटियां जिनमें पीएम शामिल होते हैं उनमें नेता प्रतिपक्ष भी होते हैं। जैसे सीबीआई डायरेक्टर, सीवीसी, लोकपाल और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए बनी कमेटियां।

LOP यानी लीडर ऑफ ऑपोजिशन बिजनेस एडवाइजरी कमेटी का भी हिस्सा होता है और एक पैनल के रूप में काम करता है जो कुछ मुख्य पदाधिकारियों का चयन करता है। खास बात ये है कि एक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में जब कोई नेता होता है तो ऐसे में उसकी प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष के साथ करीबी और नियमित बातचीत शामिल रहती है।