इसे कहते हैं जननायक! अपना सुख-चैन सब दांव पर लगा सब जनता को किया समर्पित

इसे कहते हैं जननायक! अपना सुख-चैन सब दांव पर लगा सब जनता को किया समर्पित
इसे कहते हैं जननायक! अपना सुख-चैन सब दांव पर लगा सब जनता को किया समर्पित

पुष्कर सिंह धामी को जब लगभग एक साल पहले  सूबे की कमान सौंपी गई तो तमाम लोगों न जाने कैसे-कैसे सवाल गड़ने शुरू कर दिये लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने इरादों और संकल्पों से अच्छे अच्छे राजनीतिक पंडितों को गलत साबित कर दिया। प्रदेश के इस सबसे युवा सीएम ने साबित कर दिया है कि धाकड़ धामी या फ्लावर नहीं फायर है पुष्कर जैसी संज्ञा यूं ही नहीं दिला दी। अपने लगातार जनहित के कार्यों से आज पुष्कर ने आवाम के दिल में अलग जगह बना ली है।

अब देखिए बीते रोज रुद्रप्रयाग जिले में जहां वह अपने दौरे के कार्यक्रमों में अत्यंत व्यस्त रहे तो इस बीच शाम के समय उत्तराखंड  के युवाओं को छलने वालों के सूबे के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई कर गए। 

अब देखिए कि देर रात तक जिले में कहीं जनता से संवाद करते रहे तो कभी बैठकें लेकिन राज्य हित में यह युवा सीएम कहीं भी थकता नजर नहीं आता।

अब बात आज सुबह सैर की ही कर लीजिए। यूं तो सुबह सवेरे सैर के लिए सभी ही जाते हैं लेकिन जब व्यक्ति देर रात तक कार्य करता रहा हो तो ऐसी उम्मीद कम ही कि जाती है। अब चूंकि जिलों को राजधानी के लिहाज से कोई भी सीएम कम समय दे पाते हैं तो धामी ने बगैर अपने सुख चैन की परवाह किये बगैर सैर पर निकलते ही अपने मिशन जनता से मिलन पर फोकस किया। तेज बारिश के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी सैर पर निकले और स्थानीय लोगों से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यात्रियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने पुरी ढाबे में कार्यरत विजय पँवार से भी बातचीत की।