सीएम योगी की पहल :हर ज़िले में शुरू हो रहा कम्यूनिटी किचन,मिलेगा फ्री में भोजन

सीएम योगी की पहल :हर ज़िले में शुरू हो रहा कम्यूनिटी किचन,मिलेगा फ्री में भोजन

लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में सामुदायिक भोजनालय के संचालन की फिर एक नई पहल कर दी है। सरकार की इस पहल से प्रदेश में आंशिक कर्फ्यू के दौरान अब गरीबों को मुफ्त भोजन मिलने जा रहा है। लखनऊ, प्रयागराज और कानपुर में इस तरह के कम्युनिटी किचन की सेवाओं की शुरुआत हो रही है। अन्य जनपदों में भी कम्युनिटी किचन के संचालन का काम तीव्र गति से किया जा रहा है। 
मुख्यमंत्री निर्देश दे चुके हैं कि आंशकि कोरोना कर्फ्यू के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और भूखा न सोए। कहीं भी किसी श्रमिक, ठेला, रेहड़ी व्यवसायी, दिहाड़ी मजदूर को भोजन की समस्या न हो। उनके इस आदेश के बाद कम्युनिटी किचन के संचालन का काम शुरू किया गया है। कोरोना संक्रमण की श्रंखला को तोड़ने के लिये सरकार लगातार जरूरी कदम उठा रही है। इस कड़ी में कृषि उत्पादन आयुक्त स्तर से कम्युनिटी किचन के संचालन की जिम्मेदारी संभाली जा रही है। औद्योगिक इकाइयों में भोजन के आवश्यकतानुसार प्रबंध किये जा रहे हैं। काई भी व्यक्ति भोजन के अभाव में परेशान न हो इसे सुनिश्चित किये जाने के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिये गये हैं। 
कोविड अस्पतालों में भी की गई कम्युनिटी किचन की व्यवस्था
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना के गंभीर मरीजों के लिये विभिन्न जिलों में स्थापित किये जा रहे कोविड अस्पतालों में भी कम्युनिटी किचन की व्यवस्था सरकार की ओर से की जा रही है। सरकार का लक्ष्य है कि बीमारी मरीजों को समय से इलाज मिले और उनके तीमारदारों को भोजन। किसी को भी भोजन के अभाव में कहीं भी कोई परेशानी न होने पाए।
ग्रामीण क्षेत्रों के क्वारंटीन सेंटरों में दिया जा रहा मुफ्त भोजन
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार का जोर शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों पर अधिक है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किये गये क्वारंटीन सेंटरों में भी भोजन, पेयजल, स्वच्छता और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। इस क्रम में क्वारंटीन सेंटरों में भी किचन स्थापित कर यहां लोगों को भोजन और पेयजल की व्यवस्था में अधिकारी जुटे हैं। 
सरकार के आह्वान पर स्वयंसेवी और सामाजिक संस्थाएं, व्यापारी भी आए आगे
योगी सरकार की ओर से गरीबों को मुफ्त भोजन देने की पहल में प्रदेश के व्यापारी, सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आई हैं। लखनऊ के कई अस्पतालों में उनकी ओर से भर्ती मरीजों के तीमारदारों को मुफ्त भोजन मुहैया कराया जा रहा है। श्रमिक, ठेला, रेहड़ी व्यवसायी, दिहाड़ी मजदूर के काम करने के स्थलों पर पहुंचकर उन्हें पेट पर भोजन कराया जाना शुरू हो गया है।