देहरादून: डबल मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा, इस वजह से हुआ दोहरा हत्याकांड

देहरादून: डबल मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा, इस वजह से हुआ दोहरा हत्याकांड
देहरादून: डबल मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा, इस वजह से हुआ दोहरा हत्याकांड

देहरादून: प्रेमनगर थाना क्षेत्र के धौलास गांव के पास के बंगले में मालकिन और नौकर की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार मृतक नौकर के दोस्त आदित्य ने इस डबल मर्डर को अंजाम दिया था। शनिवार को एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया।पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आदित्य बंगले में 25000 की नौकरी करना चाह रहा था। इसके लिए वहा राजकुमार थापा यानी नौकर को मौत के घाट उतारने के लिए आया था। 
 इस दौरान उन्नति शर्मा ने आदित्य को नौकर का कत्ल करते देखा तो आरोपी ने उनकी भी हत्या कर दी। इस अपराध को अंजाम देने के बाद आदित्य पेट दर्द का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती हो गया। पुलिस ने शुक्रवार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। उसकी निशानदेही पर लोहे की रॉड और खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए गए हैं।
 बताया गया कि आरोपी आदित्य कुछ दिन पहले बंगले में नौकरी मांगने गया था, लेकिन वहां पर राजकुमार था इसलिए बंगले के मालिकों ने आदित्य को मना कर दिया था। इसलिए आदित्य ने सोचा कि अगर राजकुमार को रास्ते से हटा दिया जाए तो वह इस बंगले में नौकरी पा सकता है। उसने लोगों से काफी कर्ज ले रखा है, उसे उतारने के लिए वह बंगले में नौकरी करना चाहता था।
30 संदिग्धों को हिरासत में लेकर की पूछताछ
पुलिस ने हत्याकांड के तीसरे दिन शुक्रवार को भी आसपास के जंगल में कांबिंग चलाई थी। साथ ही आसपास के करीब 30 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी। 29 सिंतबर को धौलास स्थित एक बंगले में मालकिन उन्नति शर्मा और नौकर राजकुमार थापा की हत्या कर दी गई थी। दोनों के शव बंगले के पीछे वाले हिस्से में मिले थे।
शक की सुई पहले पति पर घूमी
इससे पहले शक की सुई महिला के पति सुभाष शर्मा के इर्द गिर्द घूम रही थी। सुभाष के बयानों में लगातार विरोधाभास रहा। इसके कारण पुलिस सुभाष शर्मा को ही प्रथम दृष्टया आरोपी मानकर चल रही थी, लेकिन हत्या के वाजिब कारण और हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद न होने से पुलिस के सामने हत्याकांड का खुलासा चुनौती बन गया था।हालांकि पुलिस किसी बाहरी व्यक्ति का हाथ होने से भी इनकार नहीं कर रही थी। इसके लिए पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में घूमने वाले कबाड़ी आदि संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।