मुख्‍तार मामले को लेकर अधिकारियों की सीएम योगी के साथ एक हाई लेवल मीटिंग

मुख्‍तार मामले को लेकर अधिकारियों की सीएम योगी के साथ एक हाई लेवल मीटिंग

लखनऊ:माफिया डॉन मुख्‍तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्‍तर प्रदेश लाया जा रहा है। उन्‍हें बांदा जेल में रखा जाएगा। इस बीच बताया जा रहा है कि मुख्‍तार मामले को लेकर लखनऊ में अधिकारियों की एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई है। इसके बाद अपर मुख्‍य सचिव गृह अवनीश अवस्‍थी और डीजीपी हितेश सी. अवस्थी ने सीएम योगी आदित्‍यनाथ से मुलाकात की। माना जा रहा है कि दोनों अधिकारियों ने सीएम को मुख्‍तार मामले और उनकी अवैध एंबुलेंस के बारे में पूरी जानकारी दी। 
गौरतलब है कि मुख्तार की अवैध एंबुलेंस की जांच चल रही है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम इसकी जांच कर रही है। मुख्‍तार अंसारी की एंबुलेंस को लेकर सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने अधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी थी। माना जा रहा है कि अधिकारियों ने सीएम को पूरे प्रकरण की जानकारी दी है। आपको बताते दें कि फर्जी प्रपत्रों पर पंजीकृत एम्बुलेंस से मुख्तार को कोर्ट में पेश करने के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। मऊ से लौट कर आई पुलिस टीम के साक्ष्यों के आधार पर मुख्तार अंसारी समेत चार अन्य लोगों को साजिशकर्ता के रूप में दर्ज किया गया है। वहीं इस मामले में मऊ गई टीम ने एक को गिरफ्तार किया है। 
पंजाब के रोपण जेल में बंद मुख्तार अंसारी मोहाली कोर्ट में जिस एम्बुलेंस से गया वह बाराबंकी में पंजीकृत है। संभागीय  परिवहन विभाग ने पत्रावली खंगाली तो डॉ. अलका राय निवासी रफीनगर बाराबंकी के नाम पर बनी वोटर आईडी के नाम पर एम्बुलेंस पंजीकृत पाई गई थी। वोटर आईडी फर्जी मिलने पर मऊ के श्याम संजीवनी हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. अलका राय को नामजद करते हुए मुकदमा कोतवाली नगर में दर्ज कराया गया था। एसपी यमुना प्रसाद ने इस मामले में एसआईटी गठित करते हुए निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में एक टीम मऊ भेजी थी और दूसरी टीम सीओ हैदरगढ़ नवीन सिंह के नेतृत्व में पंजाब भेजी गई थी।
डॉ.अलका राय पर दबाव बनाकर कराए थे दस्‍तखत, विधायक का गुर्गा गिरफ्तार  
सोमवार की देर शाम एसपी यमुना प्रसाद ने बयान जारी करते हुए बताया कि मऊ गई पुलिस टीम ने डॉ. अलका राय से गहन पूछताछ की। जिसके बाद यह बात सामने आई कि शेषनाथ राय, मुख्तार अंसारी, मुजाहिद व राजनाथ यादव ने दबाव बनाकर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कराया और अवैध रूप से एम्बुलेंस का पंजीकरण कराकर उसे अपने कब्जे में रखा। एसपी ने बताया कि इन सभी साजिशकर्ताओं का नाम दर्ज करते हुए मुकदमे में धारा 120बी, 506, 177 के साथ 7सीएलए एक्ट की बढ़ोत्तरी की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में साजिशकर्ता राजनाथ यादव पुत्र मुनेश्वर यादव निवासी अहरौली थाना सरांय लखन को गिरफ्तार किया है। एसपी ने अपने बयान में कहा है कि सीओ नवीन सिंह के नेतृत्व में पंजाब गई पुलिस टीम ने एम्बुलेंस को लावारिस खड़ा पाया। जिसे वहीं पर थाना सदर में दाखिल कराया गया। एम्बुलेंस वही है कि नहीं इसकी  पड़ताल करने के बाद केस प्रापर्टी के रूप में उसे बाराबंकी लाया जा रहा है।