रक्षा मंत्री ने किया आईएमए के अंडरपास निर्माण कार्य का वर्चुअली शिलान्यास 

रक्षा मंत्री ने किया आईएमए के अंडरपास निर्माण कार्य का वर्चुअली शिलान्यास 
रक्षा मंत्री ने किया आईएमए के अंडरपास निर्माण कार्य का वर्चुअली शिलान्यास 

देहरादून। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज सोमवार को दिल्ली से देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के उत्तरी, दक्षिणी और मध्य परिसर को जोडऩे के लिए चकराता मार्ग (एनएच-72) पर दो अंडरपास (भूमिगत मार्ग) के निर्माण कार्य का वर्चुअली शिलान्यास किया। इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद रहे। आईएमए  के बीच से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंडरपास का मामला करीब 40 साल से लंबित था। हालांकि, पूर्व में इसके लिए कई मर्तबा प्रयास हुए, मगर मसला लटकता रहा। अंडरपास न बनने से स्थानीय निवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वजह ये कि आईएमए  में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कैडेट जितनी बार एक से दूसरे परिसर में आवागमन करते हैं, उतनी बार यातायात रोकना पड़ता है।
साल में दो बार होने वाली पासिंग आउट परेड के दौरान तो हफ्तेभर से ज्यादा वक्त तक ट्रैफिक डायवर्ट रहता है। लंबे इंतजार के बाद रक्षा मंत्रालय ने आईएमए  में दो अंडरपास के लिए 45 करोड़ की राशि मंजूर की है। सोमवार को रक्षामंत्री के हाथों इन अंडरपास के निर्माण कार्य का शिलान्यास हुआ।
आईएमए  में पीओपी के दौरान बाधित रहता है राजमार्ग
भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड वर्ष में दो बार होती है। इसकी तैयारियां करीब एक सप्ताह पहले शुरू हो जाती हैं। इसलिए हाईवे को रोजाना किसी न किसी कारण से बंद कर दिया जाता है। जिस दिन आईएमए  की परेड होती है, उस दिन कई घंटे तक हाईवे यातायात डायवर्ट रहता है। इस कारण बड़ी संख्या में वाहन वैकल्पिक मार्ग के रूप में गलियों से निकलते हैं। वहीं, सामान्य दिनों में भी कैडेट्स की आवाजाही के दौरान कई बार वाहनों को रोका जाता है। अकादमी का परिसर सडक़ के दोनों तरफ फैला है। एक परिसर से दूसरे परिसर तक जाने के लिए हाईवे को पार करना पड़ता है। अब हाईवे पर टनल निर्माण के बाद वाहन टनल से गुजरेंगे। वहीं, ऊपर की सडक़ आईएमए  के लिए रहेगी।