अफसरों की लापरवाही पर योगी सरकार सख्त, IPS अलंकृता सिंह किया सस्पेंड

अफसरों की लापरवाही पर  योगी सरकार सख्त, IPS अलंकृता सिंह किया सस्पेंड
अफसरों की लापरवाही पर योगी सरकार सख्त, IPS अलंकृता सिंह किया सस्पेंड

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अति गंभीर योगी सरकार ने बुधवार को एक और बड़ी कार्रवाई की है। कार्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने पर 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह को सरकार ने निलंबित कर दिया है। वह 20 अक्टूबर से अपने दफ्तर से बिना अधिकृत सूचना के गायब हैं। निलंबन की अवधि के दौरान वह पुलिस महानिदेश मुख्यालय से सबद्ध रहेंगी।
उत्तर प्रदेश में लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई का सिलसिला जारी है। बिना अनुमति के ड्यूटी से नदारत होकर लंदन की सैर कर रहीं आइपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह को शासन ने निलंबित कर दिया है। 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी एसपी, महिला व बाल सुरक्षा संगठन (1090) के पद पर तैनात थीं। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह दूसरे आईपीएस अधिकारी के निलंबन की कार्रवाई है। इससे पूर्व अपराध नियंत्रण में नाकाम रहे गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को 31 मार्च को निलंबन किया गया था।
उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि एसपी, महिला व बाल सुरक्षा संगठन अलंकृता सिंह ने 19 अक्टूबर, 2021 की रात एडीजी, महिला व बाल सुरक्षा संगठन को वाट्सएप काल कर बताया था कि वह लंदन में हैं। जिसके बाद अलंकृता सिंह 20 अक्टूबर, 2021 से लगातार अनुपस्थित हैं।
बिना किसी प्रकार का अवकाश स्वीकृत कराये कार्यस्थल से अनुपस्थित रहने तथा बिना शासकीय अनुमति के विदेश यात्रा पर जाने का दोषी पाये जाने पर अलंकृता सिंह को निलंबित कर दिया गया है। गृह विभाग ने उनके निलंबन का आदेश जारी कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान वह डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध रहेंगी।
आदेश में कहा गया है कि आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह बगैर किसी प्रकार का अवकाश स्वीकृत कराए अपने कार्यालय में अनुपस्थित चल रही हैं। वह शासन की अनुमति के बगैर वह विदेश यात्रा पर चली गईं। यह अपने  कार्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता है।
बता दें कि अलंकृता सिंह यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। 2017 में वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गई थीं। उन्हें 16 मार्च 2017 को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी आफ एडमिनिस्ट्रेशन में उप निदेशक के पद पर तैनात किया गया। 25 अप्रैल 2021 तक वे इस पद पर कार्यरत रहीं। वहां से हटने के बाद उन्हें मूल कैडर में वापस कर दिया गया।
अप्रैल में जब वे अपने मूल कैडर में उत्तर प्रदेश लौटीं तो डेढ़ माह की छुट्‌टी लेकर चली गईं। लौटने के बाद 10 जून 2021 को उनकी तैनाती महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में एसपी के पद पर की गई। मां की नसीहत का पालन कर आईपीएस बनी अलंकृता की कहानी को लोगों ने खासा पसंद किया था। अब वह कार्य में लापरवाही के मामले में सुर्खियों में हैं।