यूपी के दो अफसरों को उत्तराखंड में दबंगई दिखाना भारी पड़ा

यूपी के दो अफसरों  को उत्तराखंड में दबंगई दिखाना भारी पड़ा
यूपी के दो अफसरों को उत्तराखंड में दबंगई दिखाना भारी पड़ा

नैनीताल : नए साल पर नैनीताल में यूपी के दो पीसीएस अधिकारियों को 31 दिसंबर की रात सड़क पर हंगामा करना महंगा पड़ गया। स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद पुलिस एक्ट के तहत चालान की कार्रवाई करने के बाद दोनों को छोड़ दिया गया।माल रोड पर बृहस्पतिवार रात सैलानी नए साल का जश्न मना रहे थे। सड़कों पर पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई थी। पुलिस के अनुसार इस दौरान दो व्यक्ति माल रोड पर शराब पीकर हंगामा कर रहे थे। पर्यटकों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाने में सहयोग करने को कहा तो दोनों नियम समझाने लगे। खुद को यूपी के पीसीएस अधिकारी बताकर पुलिस से उलझ गए। इस बीच, पुलिस और दोनों व्यक्तियों के बीच खासी झड़प भी हुई। जब दोनों नहीं माने तो पुलिस उन्हें बीडी पांडे अस्पताल लेकर गई और वहां स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उन्हें कोतवाली ले आई। दोनों ने कोतवाली में भी जमकर हंगामा किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की बात कही तो दोनों शांत हो गए। कोतवाल अशोक कुमार ने बताया कि दोनों के खिलाफ 81 पुलिस एक्ट के तहत चालान किया गया। हालांकि, पुलिस ने दोनों के नाम सार्वजनिक नहीं किए।
नए साल के स्वागत को पहुंचे सैलानी, लेकिन जश्न जैसा कुछ नहीं
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार नैनीताल में 2020 की विदाई और वर्ष 2021 के स्वागत का जश्न अन्य वर्षों की तुलना में काफी फीका रहा। इस बार न तो माल रोड और अन्य स्थानों पर पर्यटक स्थलों में वाहनों का तांता नजर आया और न ही होटलों में डीजे पर पर्यटक थिरकते दिखे।
इक्का दुक्का होटलों में जो कार्यक्रम हुए वह भी बेहद संक्षिप्त और कोरोना गाइड लाइंस के बीच। जबकि नगर के सभी पार्किंग स्थल पर्यटक वाहनों से दोपहर तक भर चुके थे और ज्यादातर होटल भी देर शाम तक पैक हो गए थे। इसके बावजूद 31 दिसंबर और नए साल की रंगत फीकी रही।