उत्तराखंड: आर्मी में भर्ती कराने का लालच देकर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश

उत्तराखंड: आर्मी  में भर्ती कराने का लालच देकर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश
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देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) की देहरादून पुलिस (Dehradun Police) और मेरठ आर्मी इंटेलीजेंस ने ज्वाइंट ऑपरेशन करते हुए आर्मी भर्ती (Army Bharti) के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। मामले मामले में तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार यह गिरोह युवाओं को आर्मी (Indian Army) में भर्ती कराने के नाम पर बड़ी-बड़ी रकमें वसूल कर धोखाधड़ी करता था। हाल ही में गिरोह ने तकरीबन 55 से 60 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। आरोपियों के खिलाफ देहरादून (Dehradun) में केस दर्ज किया गया है। हरियाणा के थाना बौंदा, जिला चरखी दादरी के रहने वाला दीपक भी इनके फर्जीवाड़े का शिकार हुआ। livehindustan.com में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार दीपक ने  को बताया कि वह देहरादून (Dehradun) में सेना भर्ती (Army Bharti) के लिए प्रयास कर रहा था। इसी दौरान उसे कुछ लोग मिले जिन्होंने उसे आर्मी में भर्ती कराने का भरोसा दिया। उसके अलावा वेस्ट यूपी के भी कुछ अन्य युवकों को भी इस गिरोह ने झांसे में लिया हुआ था।
भर्ती कराने की एवज में 12-12 लाख रुपये मांगे गए और छह लाख रुपये एडवांस ले लिए। बाकी पैसा काम होने के बाद देना था। दीपक ने  ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने उन्हें एक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया और दिल्ली ले जाकर एक अस्पताल में मेडिकल कराया। इसके बाद ट्रेनिंग के नाम पर टिहरी गढ़वाल के गड्डूगाड़ शिवपुरी में एक कैंप में पंकज उर्फ अक्षित नामक युवक द्वारा ट्रेनिंग कराई गई। बताया कि 11 अप्रैल को ट्रेनिंग के बाद देहरादून में आर्मी गढ़ी कैंट के टैरिटोरियल आर्मी में तैनाती की बात कहकर झाझरा बुलाया गया। यहां बताया कि आर्मी की गाड़ी यहां से आगे लेकर जाएगी। दीपक ने बताया कि शाम तक कोई गाड़ी नहीं आई तो फर्जीवाड़े का शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद देहरादून के थाना प्रेमनगर में दीपक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। 

आर्मी इंटेलीजेंस लगी थी पीछे
आर्मी कैन्ट और अपने इलाकों में यह गिरोह सक्रिय था। अपने इलाकों में प्रचार कराया हुआ था कि वह सेना में भर्ती करा सकते हैं। दूसरी ओर जहां भी सैन्य छावनी हैं, वहां छावनी के आसपास कमरा किराये पर लेकर युवकों को फंसाते थे। झांसे में लेकर रकम हड़प लेते थे। मेरठ आर्मी इंटेलीजेंस की टीम इन लोगों के पीछे काफी समय से थी। इसलिए घटना की सूचना के 24 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ लिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार आर्मी अधिकारियों के अनुसार पकड़े गए आरोपियों से कुछ ज्वाइनिंग लेटर और मुहर बरामद की गई हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि एक युवक को भर्ती कराने के नाम पर 12 लाख रुपये लेते थे, जिसमें से आधी रकम एडवांस लेते थे। अभी तक कुल मिलाकर 19 युवकों से धोखाधड़ी की है और करीब 55 से 60 लाख रुपये की रकम हड़पी है। 
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
1. युवराज उर्फ स्वराज उर्फ अरविंद्र निवासी तीलीघाट, थाना खुर्जा बुलंदशहर।
2. पंकज उर्फ अंक्षित निवासी हरेड़ा थाना कोतवाली, बागपत।
3. सोनू निवासी बोंदाकलां जिला चरखी, दादरी हरियाणा।