हरदा भी चले वोकल फॉर लोकल की राह, शुरू की अनोखी प्रतियोगिता

हरदा भी चले वोकल फॉर लोकल की राह, शुरू की अनोखी प्रतियोगिता
हरदा भी चले वोकल फॉर लोकल की राह

देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी हैं, लेकिन पीएम की वोकल फॉर लोकल की अवधारणा के वह न केवल कायल हैं, बल्कि उसका प्रदेश में प्रचार भी कर रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंडी वस्त्र-आभूषण प्रतियोगिता का वर्चुअल आयोजन किया। कहा कि उनका मकसद है कि नववर्ष में उत्तराखंडी समाज के लोग संकल्प लें कि उत्तराखंडी वस्त्र-आभूषण को पहनेंगे और उनसे जुड़े हुए जनों की आजीविका को मजबूती प्रदान करेंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि स्थानीय वस्त्र-आभूषण पहनने से वोकल फॉर लोकल की अवधारणा को मजबूत करें। प्रतियोगिता में उत्तराखंड के प्रत्येक धर्म, जाति, क्षेत्र के व्यक्तियों ने प्रतिभाग किया। गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी पंजाबी, गोर्खाली, बंगाली, थारू, बोक्सा, मुस्लिम, जाट, पूर्वांचली, तिब्बती, वर्मा, जौहारी आदि ने अपने-अपने क्षेत्र के वस्त्र-आभूषण को पहनकर उनके बारे में जानकारी साझा की।

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि वस्त्र-आभूषणों की सेल्फी/ फोटो के साथ लोग जो भी भेजेंगे उसको संकलित करके कॉफी टेबल बुक बनाकर प्रदेश की सरकारी गेस्ट हाउस में रखने का प्रयास किया जाएगा। केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। वहीं, डॉ. रमेश पांडे और कमान सिंह धामी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान कार्यक्रम में देहरादून से रेणुका रावत, हल्द्वानी से लता कुंजवाल, जोशीमठ से माहेश्वरी देवी, दिनेशपुर से ममता हलदर, पौड़ी से गणेश कुकशाल, कैंट देहरादून से पार्षद तेग बहादुर, राजपुर से पार्षद उर्मिला थापा, धारचूला से तारा पांगती, श्रीनगर पौड़ी से शकुंतला भट्ट, गुरदीप कौर, जौनसार से नंदलाल भारती, हरिद्वार से नूरजहां आदि जुड़े और मुहिम की प्रशंसा की।