उत्तराखंड की खेल नीति को कैबिनेट ने दी मंजूरी, जानें क्या खास है खिलाड़ियों के लिए इस नीति में
देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार ने बुधवार को सचिवालय में हुई कैबिनेट बैठक में नई खेल नीति को भी मंजूरी दे दी। इसमें खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई फैसले लिए गए हैं। इसके तहत आरक्षण, नियुक्ति, प्रमोशन और नकद राशि के साथ ही कई अन्य तरह से भी प्रोत्साहन देने का निर्णय लिया गया है। खेल नीति में खेलों के अवस्थापना विकास पर भी फोकस किया गया है। हालांकि खेल नीति में हालांकि वित्त संबंधी मामलों को लेकर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। वित्त विभाग इस संदर्भ में आकलन कर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को देगा। उसके बाद ही वित्त संबंधी मामलों पर अंतिम निर्णय होगा। खेल पुरस्कारों में न्यूनतम 33 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वालों को समूह ‘क’ की नौकरी
ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले को समूह ‘क’, जबकि ओलंपिक में रजत, कांस्य विजेता, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ में स्वर्ण विजेता को समूह ‘ख’, ओलंपिक में प्रतिभाग, एशियन, कॉमनवेल्थ में रजत, कांस्य विजेता को समूह ‘ग’ में नियुक्ति मिलेगी। राष्ट्र स्तर पर पदक जीतने वालों को प्रवर्तन सबंधित विभागों में समूह ‘ग’ में नियुक्ति दी जाएगी।
03 श्रेणियों में बांटा गया खेलों को
खेल नीति के तहत राज्य में खेलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में ओलंपिक, एशियन खेल, कॉमनवेल्थ गेम्स में खेली जाने वाले सभी खेल या भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त खेल शामिल हैं। दूसरी श्रेणी में खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त खेल आएंगे। हालांकि जो खेल भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त हैं वे इस श्रेणी में नहीं होंगे। तीसरी श्रेणी में परंपरागत खेल हैं।
02 कोच को अवॉर्ड
दो खेल प्रशिक्षकों को देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अंतर्गत तीन लाख रुपये नकद व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
06 स्टेट अवॉर्ड
प्रदेश में प्रतिवर्ष छह खिलाड़ियों को उत्तराखंड राज्य खेल पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें तीन व्यक्तिगत स्पर्धा, दो टीम स्पर्धा और एक दिव्यांग खिलाड़ी होंगे। इसमें एक लाख रुपये नगद, प्रशस्ति पत्र व एक प्रतिमा दी जाएगी।
पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि
स्पर्धा स्वर्ण रजत कांस्य प्रतिभाग
ओलंपिक 02 करोड़ 1.5 करोड़ 01 करोड़ 10 लाख
विश्व कप 30 लाख 20 लाख 15 लाख 02 लाख
एशियन खेल 30 लाख 20 लाख 15 लाख 01 लाख
राष्ट्रमंडल खेल 20 लाख 15 लाख 02 लाख 75 हजार
एशियन चैंपियनशिप 12 लाख 08 लाख 06 लाख ----
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 06 लाख 04 लाख 03 लाख ----
यूथ ओलंपिक खेल 06 लाख 04 लाख 03 लाख ----
सैफ खेल 06 लाख 04 लाख 03 लाख ----
राष्ट्रीय खेल 06 लाख 04 लाख 03 लाख ----
रेफरी, निर्णायक एवं खेल प्रशासक के लिए पुरस्कार
राज्य के रेफरी निर्णायक, जज, और खेल प्रशासकों को उनके खेलों में योगदान के लिए पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें 51 हजार रुपये नगद, प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। हर साल एक निर्णायक को यह पुरस्कार मिलेगा।
नौकरी-दाखिलों में भी आरक्षण
राज्यस्तरीय खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों एवं राष्ट्रीय खेल, चैंपियनशिप में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए महाविद्यालय, व्यावसायिक पाठ्यक्रम और विश्वविद्यालयों में पांच प्रतिशत कोटा तय किया गया है। जबकि राज्य सरकार की सेवाओं में कुशल खिलाड़ियों को चार प्रतिशत क्षैतिज खेल कोटा दिया जाएगा।