हरियाणा में आज PM नरेंद्र मोदी: रेवाड़ी दौरे पर जाएंगे, AIIMS की रखेंगे आधारशिला

हरियाणा में आज PM नरेंद्र मोदी: रेवाड़ी दौरे पर जाएंगे, AIIMS की रखेंगे आधारशिला

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को रेवाड़ी के गांव माजरा में दोपहर करीब 1:15 बजे एम्स का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री शहरी परिवहन, स्वास्थ्य, रेल और पर्यटन क्षेत्र से संबंधित 9750 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और शिलान्यास करेंगे। वहीं, प्रधानमंत्री रोहतक-महम-हांसी खंड में ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिससे रोहतक और हिसार क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी में सुधार होगा और रेल यात्रियों को लाभ होगा। जिससे रोहतक और हिसार के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा।

गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की रखेंगे आधारशिला
प्रधानमंत्री करीब 5450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाली गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखेंगे। 28.5 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली इस परियोजना में मिलेनियम सिटी सेंटर को उद्योग विहार चरण-5 से जोड़ा जाएगा और साइबर सिटी के पास मौलसारी एवेन्यू स्टेशन पर रैपिड मेट्रो रेल गुरुग्राम के मौजूदा मेट्रो नेटवर्क में इसे मिला दिया जाएगा। द्वारका एक्सप्रेसवे पर भी इसका विस्तार होगा।


कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में नवनिर्मित अनुभव केंद्र का करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में नवनिर्मित अनुभव केंद्र का उद्घाटन करेंगे। इस अनुभवात्मक संग्रहालय को लगभग 240 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह संग्रहालय 17 एकड़ में फैला है, जिसमें 100,000 वर्ग फीट से अधिक इनडोर जगह है। यह महाभारत की महाकाव्य कथा और गीता की शिक्षाओं को जीवंत करेगा। यह संग्रहालय आगंतुकों को जबरदस्त अनुभव कराने के लिए संवर्धित वास्तविकता (एआर), 3डी लेजर और प्रोजेक्शन मैपिंग सहित अत्याधुनिक तकनीक का भी लाभ उठाता है। कुरुक्षेत्र में ज्योतिसर वह पवित्र स्थल है जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भगवत गीता का शाश्वत ज्ञान प्रदान किया था।

रेलवे की इन परियोजनाओं का होगा शिलान्यास
प्रधानमंत्री कई रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे। जिन रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी, उनमें रेवाड़ी-काठुवास रेल लाइन (27.73 किलोमीटर) का दोहरीकरण, काठूवास-नारनौल रेल लाइन (24.12 किमी) का दोहरीकरण, भिवानी-डोभ भाली रेल लाइन (42.30 किमी) का दोहरीकरण, और मानहेरू-बवानी खेड़ा रेल लाइन (31.50 किमी) का दोहरीकरण शामिल है। इन रेलवे लाइनों के दोहरीकरण से क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचे में वृद्धि होगी और यात्री रेल और मालगाड़ियों दोनों को समय पर चलाने में मदद मिलेगी।