पंजाब-चंडीगढ़ में बह रही बेहद खतरनाक हवा! AQI 370 हुआ, दो दिन घनी धुंध का येलो अलर्ट, तापमान में गिरावट
पंजाब और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ घनी धुंध की चपेट में है। पंजाब के ज्यादातर शहरों में घनी धुंध है। इन शहरों में जहरीली हवा बह रही है। जो सेहत के लिए घातक है। पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। यहां एक्यूआई 269 तक पहुंच गया है। वहीं प्रदेश के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में प्रदेश के तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। जो सामान्य के करीब है। प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान 30.4 डिग्री बठिंडा में दर्ज किया गया है। बड़ी बात ये है कि मौसम विभाग ने 15 नवंबर तक घनी धुंध का अलर्ट जारी किया है। धुंध की वजह से विजिबिलिटी भी कम हो गई है। जिसका असर हवाई और सड़क परिवहन पर पड़ सकता है।
चंडीगढ़ की हवा भी जहरीली बनी हुई है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 370 पार कर गया है। जिस वजह से यहां सांस लेना दूभर हो गया है। ऐसे वातावरण में सांस लेने का मतलब है कि आप रोजाना 20 सिगरेट जितना धुंआ अपने अंदर ले रहे हैं। जो आपकी सेहत के लिए खतरनाक है।
आज सुबह यानी बुधवार के दिन चंडीगढ़ का एक्यूआई खतरनाक स्तर पर था। बात सेक्टर 22 की करें तो यहां साथ लगते क्षेत्र में एक्यूआई 370 दर्ज किया गया। जकि पीयू और चंडीगढ़ से लगते इलाके में एक्यूआई 320 तक पहुंचा था। मोहाली की तरफ जाएं तो सेक्टर 52 में एक्यूआई 352 दर्ज किया गया। इस एक्यूआई लेवल से समझा जा सकता है कि चंडीगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में हवा कितनी जहरीली बनी हुई है।
वहीं पंजाब के मुख्य शहरों की बात करें तो अमृतसर का एक्यूआई 254 रहा, जालंधर का 232, लुधियाना 228, पटियाला का एक्यूआई 269 और रूपनगर में AQI 190 दर्ज किया गया है। वहीं मंडी गोबिंदगढ़ का एक्यूआई सबसे ज्यादा 289 दर्ज किया गया है।
इन सबके बीच पंजाब सरकार की सख्ती के बावजूद प्रदेश में पराली जलाने के मामले आने बंद नहीं हुए हैं। 24 घंटे में पराली जलाने के प्रदेश में 83 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि 9 जिलों में पराली जलाने का एक भी केस सामने नहीं है जिसे राहत की बात माना जाना चाहिए।