पंजाब सरकार की बड़ी पहल, झींगा पालन का क्षेत्र बढ़ाकर 5 हजार एकड़ किया जाएगा

पंजाब सरकार की बड़ी पहल, झींगा पालन का क्षेत्र बढ़ाकर 5 हजार एकड़ किया जाएगा

इस्तेमाल न होने वाली खारी प्रभावित जलजमाव वाली जमीन में झींगा पालन को बढ़ावा देने और अगले पांच सालों में 5,000 एकड़ तक खेती का क्षेत्रफल बढ़ाने के उद्देश्य से पंजाब सरकार ने मुक्तसर जिले के गांव एना खेड़ा में प्रदर्शन फार्म-सह-प्रशिक्षण केंद्र में राज्य स्तरीय झींगा पालन संगोष्ठी का आयोजन किया। 

मत्स्य विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए, निदेशक और वार्डन, जसवीर सिंह ने कहा कि 2022-23 में लगभग 366 किसानों ने लगभग 2,400 टन झींगा के कुल उत्पादन के साथ लगभग 1,212 एकड़ में झींगा की खेती की। जसवीर सिंह ने कहा कि पंजाब में खारी प्रभावित जलभराव वाली जमीन पर झींगा की खेती की जा रही है, जो किसानों की आय बढ़ाने में सफल साबित हुई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झींगा के उच्च उत्पादन के कारण इस वर्ष दर गिर गई थी। इसलिए, झींगा बेचने के लिए स्थानीय बाजार विकसित करने की आवश्यकता थी।

सरकार इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही थी और अगले पांच वर्षों में सीमावर्ती जिलों में 5,000 एकड़ को झींगा पालन के तहत लाने की रणनीति तैयार की है।

इस लक्ष्य को हासिल करने और झींगा पालन को बढ़ावा देने में आ रही दिक्कतों को समझने के लिए विभाग ने सेमिनार का आयोजन किया था। इसमें 350 से अधिक किसानों और व्यापारियों ने भाग लिया।

मुख्य अतिथि लंबी विधायक गुरमीत सिंह खुडि़यां और जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन सुखजिन्दर सिंह ने किसानों से सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर मछली/झींगा खेती के तहत अधिक से अधिक क्षेत्र लाने, कोल्ड स्टोरेज और प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने का आग्रह किया।

खुड़ियां ने किसानों को भरोसा दिलाया कि सरकार किसानों को झींगा पालन में आ रही दिक्कतों को दूर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार झींगा बेचने के लिए स्थानीय बाजार स्थापित करने की संभावनाएं तलाशेगी।