सीएम त्रिवेंद्र की पहल ला रही रंग, कुपोषण मुक्त हो रहे सैकड़ों बच्चे

सीएम त्रिवेंद्र की पहल ला रही रंग, कुपोषण मुक्त हो रहे सैकड़ों बच्चे
CM Trivendra Singh Rawat (File Pic)

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एक साल पहले कुपोषण मुक्ति के लिए गोद अभियान शुरू किया था। तब एक साल के भीतर जिले में 496 बच्चे कुपोषण मुक्त हो गए हैं। अब प्रशासन के सामने 738 बच्चों को कुपोषण मुक्त करने की चुनौती है। अमर उजाला में इससे जुड़ी रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2019 में जब उन्होंने गोद अभियान शुरू किया था, तब 1110 बच्चे कुपोषित तथा 124 बच्चे अति कुपोषित थे। मुख्यमंत्री समेत मंत्री व नौकरशाहों ने 364 कुपोषित बच्चों को गोद लिया गया था। इसमें 21 अति कुपोषित थे। अब सभी बच्चे सामान्य अवस्था में आ चुके हैं। इसके अलावा 132 अन्य कुपोषित बच्चे भी सामान्य श्रेणी में आ चुके हैं। 
रिपोर्ट के अनुसार स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा गोद ली गई बच्ची के वजन में इजाफा हो रहा है। अधिकारियों के मुताबिक अगले दो से तीन महीने के भीतर उसके भी कुपोषण से सामान्य श्रेणी में आने की उम्मीद है।  रिपोर्ट के अनुसार डीपीओ अखिलेश मिश्रा बताते हैं कि जब अभियान शुरू किया गया था। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत हर साल दो प्रतिशत की दर से कुपोषित और अनिमिया कम करने का लक्ष्य दिया गया है। जबकि दून में यह करीब 40 प्रतिशत की दर से सुधार हुआ है। 
सुपोषित होकर बाराबंकी लौटा बच्चा 
विभागीय सचिव सौजन्या द्वारा गोद लिया गया कुपोषित बच्चा आशुतोष सुपोषित होकर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी स्थित अपने गांव पूरे डलई लौट गया। इसके बाद भी उसके स्वास्थ्य और वजन की जानकारी सीडीपीओ क्षमा बहुगुणा नियमित ले रही हैं। यह बच्चा पिछले महीने कुपोषण से मुक्त हुआ। 
रिपोर्ट के अनुसार सचिव स्तर के अधिकारियों में आरके सुधांशु, आर मीनाक्षी सुंदरम, नितेश झा, सौजन्या, दिलीप जावलकर, रंजीत सिन्हा, विनोद रतूड़ी, बीके संत, सुशील कुमार, अपर सचिव स्तर के अधिकारियों में आलोक शेखर तिवारी, राम विलास यादव, भूपेश तिवारी, उदयवीर आदि द्वारा लिए गए बच्चे कुपोषण मुक्त हो चुके हैं। 
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहल पर कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उनकी जिम्मेदारी लेने की पहल की गई थी। जिले में इसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। गोद लिए गए सभी बच्चों के वजन में बेहतर बढ़ोतरी हो रही है। जिले को कुपोषण से पूरी तरह से मुक्त किया जाएगा। 
- डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, जिलाधिकारी