'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' के  व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश 

'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' के  व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश 
'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' के  व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश 

 देहरादून। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने निर्देश दिए कि पीएम मोदी के आह्वान 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के स्लोगन हर जगह दिखाई देने चाहिए। मुख्य सचिव ने ये भी कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आमजन को जागरूक करने के लिए बच्चों की रैली आयोजित कराई जा सकती है। सचिवालय में बुधवार को मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में बैठक की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कोविड-19 को जनांदोलन बनाए जाने के लिए सूचना विभाग नोडल विभाग के रूप में कार्य कर रहा है। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि दीपावली और राज्य गठन सप्ताह को देखते हुए सूचना विभाग को विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने सूचना विभाग को पोस्टर्स, वॉल पेंटिंग्स के जरिए व्यापक प्रचार किए जाने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही नौ नवंबर के कार्यक्रम के लिए पुलिस लाइन में आयोजित होने वाली परेड में पुलिस विभाग को पोस्टर आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा, कोरोना के इस दौर में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पुलिस विभाग को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। दो-तीन दिन लगातार छुट्टी होने के कारण पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग पर वॉल राइटिंग का व्यापक अभियान चलाया जाए। उन्होंने पुलिस विभाग को टूरिस्ट लोकेशंस में स्टाफ बढ़ाए जाने के भी  निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टूरिस्ट लोकेशंस में पोस्टर्स, होर्डिंग्स आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाए। रेस्टोरेंट और होटल्स में डिस्पोजेबल कटलेरी, गिलास आदि की व्यवस्था को लागू करवाया जाए।

आदेशों की अवहेलना करने वालों पर पुलिस कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पारिवारिक कार्यक्रमों में भी डिस्पोजेबल को बढ़ावा दिए जाने के प्रति आमजन को जागरूक किया जाए।
उन्होंने ये भी कहा कि दुकानों के गेट के बाहर ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाए। होटल, रेस्टोरेंट और दुकानों में सीटों पर 'इस सीट में न बैठें' का स्टीकर लगाए जाने को बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एग्जोस्ट फैन (निकास पंखे) के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दिया जाए। मुख्य सचिव ने सभी विभागों के पोर्टल्स पर कोरोना से जागरूकता के लिए स्क्रॉल चलाए जाने के एनआइसी को निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों से अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पूल करने के लिए सूचना विभाग और अन्य विभागों से आपस में समन्वय बनाकर कोरोना के प्रति जागरूकता में प्रोएक्टिव होकर अपना योगदान देने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को सीडीओ और सीएमओ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जन जागरूकता के लिए संदेश दिए जाने के निर्देश दिए हैं। अगले कुछ दिनों में बारिश होने की संभावना है, जिसके कारण कोरोना का प्रकोप भी बढऩे की सम्भावना है, इसे देखते हुए विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने अस्पतालों में ओपीडी की संख्या घटने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि मरीजों को बेवजह कोरोना टेस्ट किए जाने को मजबूर न किया जाए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग जल्द निर्देश जारी करेगा। 
वहीं, सचिव सूचना दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में जनजागरूकता अभियान के तहत प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, आउटडोर मीडिया, सोशल मीडिया, एफएम और कम्युनिटी रेडियो के माध्यम से कोविड-19 से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार किया गया है। खेल विभाग ने कोरोना विनर्स के लिए वॉकाथन और बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके साथ ही सभी जनपदों के लिए वॉकाथन और अन्य खेल प्रतियोगिताओं का जनपदवार कैलेंडर जारी किया गया है। सचिव जावलकर ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, प्रवर्तन दलों, दुकानदारों आदि ने कोरोना के प्रति जागरूकता में अपना योगदान दिया है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक(अपराध एवं कानून व्यवस्था) अशोक कुमार, सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय, प्रबंध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम रणवीर सिंह चौहान, एडिशनल एक्साइज कमिश्नर उदय सिंह राणा, संयुक्त निदेशक सूचना राजेश कुमार, उपनिदेशक सूचना नितिन उपाध्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।