उत्तराखंड: लापता जवान का पता लगाने को परिजनों ने दिया कलक्ट्रेट परिसर में धरना  

उत्तराखंड: लापता जवान का पता लगाने को परिजनों ने दिया कलक्ट्रेट परिसर में धरना  
उत्तराखंड: लापता जवान का पता लगाने को परिजनों ने दिया कलक्ट्रेट परिसर में धरना  

बागेश्वर। पुलिस लाइन से लापता जवान का पता नहीं चलने पर शुक्रवार को परिजनों ने कलक्ट्रेट परिसर में धरना दिया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा चार माह से गायब है। परिजन परेशान हैं और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो वे आंदोलन तेज करेंगे। मालूम हो 11 अगस्त 2020 को पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल ललित कुमार अचानक लापता हो गया। वह जिला मुख्यालय बागेश्वर में पिछले आठ वर्षो से तैनात था। पिथौरागढ़ जिले के लोहाथल, तहसील बेरीनाग का निवासी है। पुलिस के अनुसार उसकी सेवा भी संतोषजनक रही है। उन्हें फोन पर चार माह पूर्व सूचना दी गई कि उनका बेटा तैनाती के दौरान कहीं चला गया है। उन्होंने कहा कि गत 22 अगस्त को उसकी गुमशुदगी दर्ज की गई और पता लगाने की मांग की गई, लेकिन उसका अभी तक कोई अता-पता नहीं लगाया गया है। उसकी नाते रिश्तेदारों में भी काफी खोजबीन की गई लेकिन उसका अब तक कहीं पता नहीं चल सका है। उन्होंने कहा कि जवान के न मिलने से परिवार सदमे में है और परिवार के सामने आॢथक संकट भी पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि गत 15 दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की गई थी। इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि यदि जवान का पता नहीं चला तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर मोहन सिंह, महेंद्र प्रसाद, हयात राम, हरीश राम, मनोज साहनी, सरजीत साहनी, भगवान राम आदि मौजूद थे।