भाजपा सह प्रभारी को छोड़ने गया उत्तराखंड सरकार का हेलीकॉप्टर, कांग्रेस हमलावर

भाजपा सह प्रभारी को छोड़ने गया उत्तराखंड सरकार का हेलीकॉप्टर, कांग्रेस हमलावर
भाजपा सह प्रभारी को छोड़ने गया उत्तराखंड सरकार का हेलीकॉप्टर, कांग्रेस हमलावर

देहरादून: उत्तराखंड की सियासत में मार्च माह अभूतपूर्व विवादों के लिए याद रहने वाला है। पहले सीएम तीरथ के फटी जींस और बीस बच्चे पैदा करने जैसे बयानों के कारण सोशल मीडिया में जमकर बवाल हुआ। अब उत्तराखंड सरकार का हेलीकाप्टर प्रकरण फजीहत का कारण बना है। दरअसल उत्तराखंड सह प्रभारी एवं यूपी के लखीमपुर खीरी से सांसद रेखा वर्मा से जुड़ा हुआ है। रेखा वर्मा शनिवार को देहरादून में आयोजित पार्टी की कोर ग्रुप मीटिंग में शामिल होने उत्तराखंड आई थीं। शनिवार को देर शाम तक चली मीटिंग के बाद रेखा वर्मा रविवार को उत्तराखंड सरकार के हेलीकाप्टर से लखीमपुर खीरी स्थित अपने संसदीय क्षेत्र में पहुंची। रेखा वर्मा ने बकायदा अपनी फेसबुक पोस्ट पर लखीमपुर खीरी से उत्तराखंड सरकार के हेलीकाप्टर के साथ अपनी फोटो भी शेयर की है।
कांग्रेस ने रेखा वर्मा की इसी पोस्ट को मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस नेता गरिमा दशौनी ने ट्वीट कर पूरे मामले की जानकारी शेयर करते हुए कहा है कि ये सरकारी धन का दुरुपयोग है। बीजेपी अपने संगठन के कामकाज के लिए सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं कि रेखा वर्मा को किस हैसियत से उत्तराखंड सरकार ने राजकीय हेलीकाप्टर दिया। मामला सिर्फ रेखा वर्मा का ही नहीं है सोमवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी इसी हेलीकाप्टर से बागेश्वर पहुंचे थे। बागेश्वर में मदन कौशिक की रैली थी। मदन कौशिक के राजकीय हेलीकाप्टर से पार्टी कार्यक्रमों में जाने को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। बात सिर्फ इतनी ही नहीं है मदन कौशिक को बागेश्वर में बकायदा गार्ड ऑफ आर्नर भी दिया गया है। और मदन कौशिक ने ससम्मान इसे स्वीकार भी किया। नियमानुसार गार्ड ऑफ ऑर्नर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री को ही प्रदान किया जाता है। हालांकि पुलिस इस पर जांच कर रही है।