उत्तराखंड:पीपीई किट पहनकर लिए सात फेरे, बाराती और घराती रहेंंगे होम क्वारंटाइन

उत्तराखंड:पीपीई किट पहनकर लिए सात फेरे,  बाराती और घराती रहेंंगे होम क्वारंटाइन
उत्तराखंड:पीपीई किट पहनकर लिए सात फेरे, बाराती और घराती रहेंंगे होम क्वारंटाइन

रामगढ़: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक के मनर्सा गांव कोरोना के इस दौर में हुई शादी की चर्चा है। शादी से पहले दुल्हन के कोरोना संक्रमित होने पर वर-वधू को पीपीई किट पहनकर फेरे लेने पड़े। शादी में दोनों पक्षों के 12 लोग शामिल हुए। वर-वधू के साथ ही बरातियों और घरातियों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार सोमवार को मनर्सा गांव में दोपहर 12 बजे दिनेशपुर (ऊधमसिंह नगर) से बरात पहुंची, जिसमें दूल्हे समेत छह लोग थे। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम की निगरानी में शादी की सभी रस्में पूरी हुईं। प्रशासन ने दोनों पक्षों के लिए पीपीई किट मुहैया कराई। वर-वधू ने पीपीई किट पहनकर फेरे लिए। शादी के बाद दुल्हन को एक अलग वाहन से ससुराल भेजा गया, जहां दिनेशपुर में पूरे परिवार को कोविड नियमों के तहत 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन की व्यवस्था की गई है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि दुल्हन के पिता ने शादी की  तैयारियां की हुई थीं, लेकिन बेटी के संक्रमित होने से सभी तैयारियां धरी रह गईं। हालांकि एसडीएम से अनुमति मिलने के बाद पीपीई किट पहनकर सोमवार को दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे लेने के साथ शादी की सभी रस्में पूरी कीं। इसको लेकर रामगढ़ और बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में चर्चा होती रही। सवाल यह भी है कि इसनी मुसीबत मोल लेकर क्या शादी कुछ दिन टाली नहीं जा सकती थी? जब दूल्हा-दुल्हन में से किसी एक को कोरोना हो गया है तो ऐसी क्या मजबूरी हो सकती है कि शादी किसी भी हाल में की ही जाए? सरकार को इस परिस्थितियों में शादी की अनुमति देने की नीति पर अवश्य विचार करना चाहिए। शादी सिर्फ रस्म नहीं दो इंसानों के लिए जीवन का बहुत बड़ा क्षण है जिसे वह संजोकर रखना चाहते हैं, दूल्हा-दुल्हन में से किसी एक के संक्रमित होने की स्थिति में की गई शादी किसी के लिए कैसे यादगार बन सकती है?