पिथौरागढ़: डांटने से गुस्साए युवक ने की ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या, हत्यारोपी गिरफ्तार

पिथौरागढ़: डांटने से गुस्साए युवक ने की ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या, हत्यारोपी गिरफ्तार
पिथौरागढ़: डांटने से गुस्साए युवक ने की ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या, हत्यारोपी गिरफ्तार

पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में थल तहसील के पुरानाथल क्षेत्र के माछीखेत गांव में एक युवक ने ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्यारोपी मृतक के बड़े भाई की लाइसेंसी बंदूक चुराकर लाया था। हत्या की वारदात से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। हत्या करने के बाद युवक एक मंदिर के शौचालय में छिप गया। बेरीनाग पुलिस और राजस्व पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, शनिवार की रात लगभग 9.30 बजे माछीखेत के बानड़ी तोक निवासी ग्राम प्रधान पुष्कर सिंह पुत्र स्व. जगत सिंह लघु शंका के लिए घर से बाहर आए थे। इसी दौरान गांव के ही 22 वर्षीय युवक नीरज सिंह पुत्र भूपाल सिंह ने पुष्कर सिंह को गोली मार दी। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग बाहर आए तो देखा खून से लथपथ पुष्कर सिंह जमीन पर पड़े थे। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

इस दौरान आरोपी नीरज उर्फ नीरू भंडारी मौके से फरार हो गया। हत्या की सूचना मिलने पर रविवार की सुबह थल के राजस्व निरीक्षक गोविंद नाथ गोस्वामी, पूरन सिंह गोस्वामी, राजस्व उपनिरीक्षक पुष्कर राम, पवन चैहान और संजीव द्विवेदी ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए पिथौरागढ़ भेजा गया है।

 बताया जा रहा है कि हत्यारोपी युवक मृतक ग्राम प्रधान के बड़े भाई राजेंद्र सिंह की लाइसेंसी बंदूक को चोरी कर ले गया था। घर से बंदूक के साथ ही कारतूस भी गायब थे। इधर, लोगों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नागीमल मंदिर के शौचालय में छिपा हुआ था। इसकी जानकारी होने पर कुछ लोगों ने बाहर से दरवाजे का कुंडा लगाकर उसे बंद कर दिया। इस कारण वह भाग नहीं सका। इसी दौरान पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसके पास से पुलिस ने दोनाली बंदूक और कारतूस बरामद कर लिए हैं। हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस और राजस्व टीम आरोपी युवक से पूछताछ कर रही है।

प्रधान के भाई और बेटे की हत्या का भी था इरादा 
ग्राम प्रधान के हत्यारोपी ने पुलिस पूछताछ में बताय कि उसका इरादाप्रधान के भाई और बेटे की हत्या का भी था पुलिस के मुताबिक आरोपी ने रंजिशन प्रधान की हत्या करने की बात करते हुए फौज में नौकरी नहीं लगने से तनाव में रहने की बात भी कबूल की है। इससे पहले पुलिस ने जब उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा तो उसने पहले पुलिस से पहचान पत्र मांगा और ग्रामीणों के सामने बाहर नहीं आने की बात कही। पुलिस के भरोसा देने पर वह शौचालय से बाहर आया और बंदूक और कारतूस भी पुलिस को सौंप दिए। 


यू-ट्यूब पर सीखा बंदूक लोड करना 
नीरज ने राजेंद्र के घर से बंदूक और गोली चुरा ली पर उसे बंदूक में कारतूस कैसे भरे जाते हैं, यह नहीं पता था। बंदूक लोड करने की जानकारी लेने के लिए उसने इंटरनेट के जरिये यू-ट्यूब का सहारा लिया। पूरी विधि देखने और सीखने के बाद ग्राम प्रधान के बाहर आने का इंतजार किया और घटना को अंजाम दे दिया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका ग्राम प्रधान के पुत्र और बड़े भाई राजन सिंह को मारने का प्लान भी था। आरोपी ने बेड़ीनाग डिग्री कॉलेज से बीए द्वितीय वर्ष तक की पढ़ाई की है। उसने फौज में भर्ती नहीं हो पाने के कारण तनाव में रहने की बात भी स्वीकारी। 

डांट की वजह  से की ग्राम प्रधान की हत्या  
माछीखेत के ग्राम प्रधान पुष्कर सिंह के हत्यारोपी नीरज ने पुलिस हिरासत में कई खुलासे किए है। आरोपी ग्राम प्रधान और उनके परिवार के सदस्यों की डांट डपट से नाराज होकर उसने यह कदम उठाया। पहले उसने बढ़ियाठ से हत्या करने की योजना बनाई थी। जिसे वह मौके पर लाया भी था। पर राजेंद्र सिंह के घर में उसे बंदूक और कारतूस मिल गए। तब उसने बढ़ियाठ से हत्या करने के बजाय बंदूक से हत्याकांड को अंजाम दिया।

ग्रामीणों के मुताबिक नीरज ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसके व्यवहार में परिवर्तन आ गया था। अक्सर वह लोगों से बात-बात पर अभद्रता, झगड़ा करने लगा था और चिड़चिड़ा भी हो गया था। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले माता-पिता से मारपीट करने पर पड़ोस में रहने वाले ग्राम प्रधान पुष्कर सिंह ने उसे डांट लगाई थी। गांव के रिश्ते में ग्राम प्रधान और नीरज चाचा-भतीजा लगते थे। ग्रामीणों का मानना है कि प्रधान की डांट के बाद से वह उनके प्रति रंजिश रखने लगा था। इस घटना के बाद पूरा गांव सदमे में है।