पूर्व सीएम मनोहर को मोदी कैबिनेट में मिली अहम जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में हरियाणा को बड़ी हिस्सेदारी मिली है। प्रदेश के पांच सांसदों में से तीन को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है। मनोहर लाल, राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर को मंत्री बना कर भाजपा ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिसात बिछा दी है। साथ ही केंद्र में इतना मजबूत प्रतिनिधित्व मिलने से राज्य में विकास को भी रफ्तार मिलेगी। अहीरवाल, जीटी बेल्ट व दक्षिण हरियाणा के 50 विधानसभा क्षेत्रों साधने की कोशिश भाजपा ने की है।
पहली बार सांसद बने और साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल को कैबिनेट में ऊर्जा, आवास और शहरी मामलों का मंत्री बनाया गया है। गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन, योजना मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और संस्कृति मंत्रालय में राज्य मंत्री, जबकि फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर को सहकारिता राज्यमंत्री का पद दिया गया है।
पहली ही बार संसद पहुंचे मनोहर का कद बढ़ाकर भाजपा ने साफ कर दिया है कि हरियाणा में भाजपा का बड़ा चेहरा मनोहर लाल ही रहेंगे। साथ ही जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का ख्याल भी रखा है। प्रदेश में पंजाबी समाज के 13 प्रतिशत मतदाता हैं जबकि अहीर 6 और गुर्जर 5 फीसदी हैं।
क्षेत्रों के हिसाब से सीटों की बात करें तो अहीरवाल में 11, गुर्जर बाहुल 12 और पंजाबी बाहुल शहरी क्षेत्रों की 27 विधानसभा की सीटें हैं। माना जा रहा है कि हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा ने यह समीकरण बैठाए हैं। जाटलैंड को कोई हिस्सेदारी नहीं मिली, जबकि हैट्रिक लगाने वाले चौधरी धर्मबीर सिंह को इस बार आस थी।
तीन लोकसभा क्षेत्रों अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल की 27 विधानसभा सीटें आती हैं। करनाल से मनोहर लाल दो बार मुख्यमंत्री रहे और पंजाबी समाज का बड़ा चेहरा है। उनको केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान देने से पंजाबी वोट बैंक मजबूत होगा। प्रदेश 30 शहरी विधानसभा सीटों में से 23 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पर पंजाबी समुदाय हार जीत का फैसला करने में सक्षम है। इनमें करनाल, यमुनानगर, अंबाला, पानीपत सिटी, रोहतक, हांसी, सोनीपत समेत कई बड़े कस्बों में पंजाबी बड़ी भूमिका में हैं। शहरी सीटों पर पंजाबी मतदाता अधिक है और यह भाजपा का परपंरागत वोट बैंक है।
हरियाणा में गुर्जर समाज के छह प्रतिशत मतदाता हैं। कृष्ण पाल गुर्जर हरियाणा में भाजपा का बड़ा चेहरा हैं और प्रदेशाध्यक्ष भी रहे चुके हैं। खासकर प्रदेश की 12 सीटों पर गुर्जर समाज मतदाताओं का दबदबा है। इनमें जगाधरी, कालका, समालखा, इसराना, कैथल समेत फरीदाबाद लोकसभा की हथीन, होडल, पलवल, तिगांव, पृथला, फरीदाबाद व बल्लभगढ़ शामिल हैं।
राव इंद्रजीत सिंह अहीरवाल का बड़ा चेहरा हैं। हरियाणा के अस्तित्व में आने के बाद से उनके परिवार का यहां पर दबदबा है। राव का अहीरवाल की 12 सीटों पर सीधा प्रभाव है और वह यहां पर हार जीत के समीकरणों को बदलने का मादा रखते हैं। इनमें बावल, कोसली, अटेली, रेवाड़ी, पटौदी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, नारनौल, नांगल चौधरी, सोहना, बादशाहपुर विधानसभा सीट शामिल हैं। लोकसभा चुनावों में यहां भाजपा को लीड मिली थी।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी मंत्रिपरिषद में बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ लेने वाले मनोहर लाल को ऊर्जा व आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का जिम्मा मिला है। उनके साथ तोखन साहू आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री और श्रीपद नाईक ऊर्जा राज्य मंत्री बने हैं।