केदारनाथ भगवान की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पहुंची उखीमठ, शीत काल में यहीं विराजते हैं बाबा केदारनाथ

केदारनाथ भगवान की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पहुंची उखीमठ, शीत काल में यहीं विराजते हैं बाबा केदारनाथ
केदारनाथ भगवान की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पहुंची उखीमठ, शीत काल में यहीं विराजते हैं बाबा केदारनाथ

उखीमठ ( रूद्रप्रयाग): केदारनाथ भगवान की पंचमुखी उत्सव मूर्ति/ डोली विभिन्न स्थानों से श्रृद्धालुओं को आशीष देते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंची। जहां डोली का भब्य स्वागत हुआ।इसी के साथ पंचकेदार गद्दी स्थल में शीतकालीन पूजाएं शुरू हो गयी। शीतकाल हेतु श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद हुए इसी दिन पंचमुखी उत्सव डोली ने पहले पड़ाव रामपुर हेतु प्रस्थान किया कल श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी प्रवास रहा।आज डोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंची। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में विराजमान होते ही भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजा भी शुरू हो गयी है।इसी तरह तृतीय केदार तुंगनाथ जी की शीतकालीन पूजा शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में संचालित हो रही है। द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट 22नवंबर को बंद हो जायेंगे। श्री मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली 25 नवंबर को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। परंपरागत रूप से इसी दिन श्री मद्महेश्वर मेला आयोजित होता है। शीतकाल हेतु श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री श्री यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके है जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को बंद हो जायेंगे। अभी तक चार लाख पैसठ हजार से अधिक तीर्थयात्री चारधाम पहुंच गये है।